नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर देश भर में पिछले महीने से काफी बवाल उठा है। कई जगह हिंसक प्रदर्शन भी हुए हैं। इन सब के बीच सबसे ज्यादा विवाद में उत्तर प्रदेश रहा। यहां विरोध प्रदर्शन भी काफी हिंसक हुए और दंगों के बीच तकरीबन 20 लोगों की मौत भी हुई। यूपी पुलिस पर हिंसक कार्रवाई के लगातार आरोप लगते रहे। कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। जिनके बीच पुलिस के लाठी चार्ज के भी वीडियो सामने आए हैं। पुलिस के एक्शन को लेकर लोग दो गुट में बंट गए हैं। इसी बीच यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक वीडियो ट्विटर पर जमकर शेयर किया जा रहा है।
इस वायरल वीडियो में योगी आदित्य नाथ यूपी पुलिस की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित और बर्बरता बताते हुए संसद में रोते दिख रहे हैं। वीडियो साल 2007 का है, उस वक्त योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से सांसद थे। तब लोकसभा में योगी आदित्यनाथ ने अपनी बात रखने के लिए लोकसभा अध्यक्ष से विशेष अनुमति ली थी।
साल 2006 में पूर्वांचल के कई कस्बों में सांप्रदायिक हिंसा फैली थी। जब आदित्यनाथ अपनी बात रखने के लिए संसद में खड़े हुए तो फूट-फूट कर रोने लगे थे। कुछ मिनटों के लिए तो वह एकदम शांत हो गए वह कुछ बोल ही नहीं पा रहे थे। उन्होंने वीडियो में कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार उनके खिलाफ षड्यंत्र कर रही है।
उस वक्त योगी आदित्यना ने कहा था, गोरखपुर जाते हुए उन्हें शांतिभंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया और जिसके लिए उन्हें 12 घंटे बंद रखा गया था। योगी उस वक्त 11 दिनों तक जेल में थे।
अब इस वीडियो को शेयर कर लोग योगी आदित्यनाथ की आलोचना कर रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि योगी आदित्यनाथ को शर्म आनी चाहिए। उस वक्त उन्होंने भी पुलिस की बर्बरता झेली है और वह इस वक्त सीएम बनकर वही काम कर रहे हैं।