पुणेः सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) के एक जवान को पुणे रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर सो रहे यात्रियों पर पानी छिड़कते हुए देखा जा सकता है। आलोचना होने पर रेलवे ने प्रतिक्रिया दी है।
एक ट्विटर यूजर (रूपेन चौधरी) ने इस वीडियो को शेयर किया है जिसमें एक पुलिसकर्मी को यात्रियों को जगाने और प्लेटफॉर्म क्षेत्र को खाली करने के लिए उनपर पानी डालते देखा जा सकता है जिसे कुछ लोगों ने अमानवीय करार दिया है।
कई लोगों ने पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की तो कइयों ने पुलिसकर्मी का बचाव किया यह कहते हुए कि वह अपना कर्तव्य निभा रहा था। पुलिसकर्मी के पक्ष में एक यूजर ने ट्वीट किया, "कार्रवाई क्यों की जाए? आरपीएफ जवान पीएफ को इस प्रकार की गतिविधियों से मुक्त रखने के लिए अपना कर्तव्य निभा रहा था। प्लेटफॉर्म पर सोना मेरी विनम्र राय नहीं है।''
एक अन्य ने लिखा- मुझे इसमें पुलिसवाले की कोई गलती नही दिख रही है, सोने के लिए वेटिंग रूम है, यहां पर सोने से यात्रियों के लिए दिक्कत हो सकती है और वो मार पीट नहीं रहा ह। सिंपल पानी छिड़क कर जगा रहा है। हमारी मम्मी लोग तो बाल्टी का पानी उड़ेल देती है, लेट तक सोने पर।
वहीं एक यूजर ने कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए लिखा, ''अधिकांश लोग प्लेटफॉर्म, बेंच, बस स्टेशन, हवाई अड्डों पर सोए हैं। ऐसा कभी नहीं देखा....!! हर किसी के पास जगह खरीदने की सुविधा नहीं है। इसके साथ एक ने लिखा- एक तरफ प्रधानमंत्री रोज ट्रेनोंको हरी झंडी दिखा रहे है अब लोग आ रहे है तो उन्हे सोने भी नहीं दे रहे।
रेलवे ने क्या कहा?
वीडियो सामने आने के बाद डीआरएम पुणे इंदु दुबे ने ट्वीट किया, प्लैटफॉर्म पर सोने से असुविधा होती है...हालांकि यात्रियों को समझाने का यह तरीका सही नहीं है। दुबे ने कहा कि पुलसकर्मी को सही बर्ताव करने की सलाह दी गई।