नई दिल्ली: इस समय सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो को साझा कर दावा किया जा रहा है कि मास्क लगाए बिना कुर्सी पर बिठाकर अंतिम संस्कार के लिए लाए जाने पर मृत शख्स को उसके ही अंतिम संस्कार में ले जाने से रोक दिया गया है।
इस दावे की पड़ताल करने पर www.mirror.co.uk/ वेबसाइट पर एक खबर मिली है। जिसमें बताया गया है कि यह घटना त्रिनिदाद एंड टोबैगो के डिएगो मार्टिन नाम के जगह की है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि डिएगो मार्टिन में एक शव को ताबूत की बजाय कुर्सी पर चर्च लाने पर उसे अपने ही अंतिम संस्कार में बैन कर दिया गया। बता दें कि 29 वर्षीय चे लुईस की उनके घर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
चे के अलावा उनके 54 साल के पिता एडेल लुईस की भी गोली लगने से मौत हुई थी। इसके बार चे के परिजनों ने उसके शव को सफेद पैंट, पिंक ब्लैजर, और टाई पहनाया। इसके बाद कुर्सी पर बिठाकर उसके शव को चर्च लाया गया जहां शव को चर्च के अंदर नहीं जाने दिया जाने लगा।
इस संबंध में चर्च ने कहा कि शव को कॉफिन के बजाय कुर्सी पर बिठाकर लाया गया था, जो सही तरीका नहीं है। ऐसे में परिजनों से कहा गया कि पहले शव को कॉफिन में बंद कर लाएं फिर तब एंट्री दी जाएगी।
वहीं, कई लोगों ने कुर्सी पर बिठाकर लाए गए शख्स के मुंह पर मास्क नहीं होने पर इस बात को लेकर भी चे को भला-बुरा कहा था। चे के जनाजे को इस तरह से लाए जाने को लेकर कथित तौर पर चर्च के स्टाफ द्वारा उसे अंदर जाने से रोक दिया गया।