उन्नाव रेप पीड़िता को 5 दिसंबर 2019 को तेल छिड़ककर जिंदा जला दिया गया और 90 फीसदी जल चुकी पीड़िता का 6 दिसंबर की रात दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हुई। इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर कर रख दिया। रविवार (8 दिसंबर) को पीड़िता का अंतिम संस्कार किया। लेकिन अंतिम संस्कार के पहले यूपी पुलिस और पीड़िता के बहन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। पीड़िता के अंतिम संस्कार के पहले पुलिस ने गांव में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए थे। इसी दौरान मौके पर मौजूद एसपी ने पीड़िता की बहन के साथ जो बर्ताव किया, उसकी सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हो रही है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें साफ दिख रहा है कि पीड़िता की बहन मीडिया को अपना बयान दे रही थी कि वह चाहती हैं कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अंतिम संस्कार से पहले वहां और मीडिया के सामने आकर बयान दें कि आरोपियों को मौत की सजा होगी। जब पीड़िता की बहन ये बयान दे रही थी तो एसपी विक्रांत वीर वहां खड़े होकर कहते हैं , ''ये सारी बातें आराम से भी हो सकती है। इस बारे में अंदर चलकर आराम से बात करते हैं। तो पीड़िता की बहन मना कर देती है, वह कहती है, ''वो कहीं नहीं जाएगी, क्योंकि उसे कोई बात नहीं करनी।''
इस बात को सुनने के बाद एसपी विक्रांत वीर कहते हैं, ''तुम्हें अपनी फिल्म बनवानी है? बताओ।'' एसपी के ये गैरजरूरी बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया हैं।
इस वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लखनऊ के एमएलसी और सपा के नेता सुनील सिंह यादव लिखते हैं, ''योगीजी की हत्यारी पुलिस की वजह से पीड़िता को न्याय नहीं मिला, जान गई। पूरा देश दुख व गुस्से में है उसपे उन्नाव का एसपी पीड़िता के परिजनों पर तंज कर रहा है 'फिल्म बनवानी है क्या?' आंख में तनिक भी पानी हो तो योगीजी इस एसपी को तत्काल सस्पेंड कर जेल भेजिए।''
इसके अलावा भी इस वीडियो को कई लोगों ने शेयर किया है।
उन्नाव बलात्कार पीड़िता की मृत्यु के बाद सात पुलिसकर्मी निलंबित
उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्नाव बलात्कार पीड़िता की दिल्ली के अस्पताल में मौत को संज्ञान में लेते हुए सात पुलिसकर्मियों को कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘उन्नाव के बिहार पुलिस थाने के एसएचओ अजय कुमार त्रिपाठी के साथ ही छह अन्य पुलिस कर्मियों को बलात्कार पीड़िता की मौत के सिलसिले में कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है।’’ यह घटनाक्रम 23 वर्षीय पीड़िता का रविवार को उसके गृह गांव में कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार के कुछ घंटे बाद आया है। पीड़िता को उसके परिवार के खेतों में दफनाया गया जहां उसके पूर्वजों की भी कब्रें हैं।