भोपाल: पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भोपाल के आजाद नगर इलाके में रविवार को एक शराब की दुकान पर जमकर उपद्रव मचाते हुए तोड़फोड़ की।
शराब की बोतलें तोड़ने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि वो राज्य में पूर्ण शराबबंदी की मांग करती हैं और इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि अगर उनके मांग को शिवराज सरकार द्वारा नहीं माना गया तो वह शराब की दुकानों के बाहर विरोध प्रदर्शन भी करेंगी। इस मौके पर उमा भारती के साथ उनके सैकड़ों समर्थक भी साथ थे और मौके पर पहुंची पुलिस भी केवल तमाशबीन बनी रही।
उमा भारती ने पिछले साल 2021 में घोषणा की थी कि अगर 15 जनवरी तक राज्य में शराब पर प्रतिबंध नहीं लगेगा तो वह उसके खिलाफ सड़कों पर उतरेगी और विरोध प्रदर्शन करेंगी। मीडिया से बातचीत करते हुए उमा भारती ने कहा कि उन्होंने रविवार से भोपाल के गुनगा इलाके से शराबबंदी के अभियान की औपचारिक शुरुआत कर दी है।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि नशाबंदी के लिए समाज और शराबबंदी के लिए सरकार को अगुवाई करना पड़ेगी क्योंकि शराब दुकानें तो सरकार की नीतियों से खुलती हैं।
वहीं दूसरी ओर उमा भारती की मांग पर विचार करने की बजाय मध्य प्रदेश सरकार ने बीते 17 जनवरी को एक नई आबकारी नीति की घोषणा करते हुए सूबे में शराब पर लगने वाले टैक्स को कम कर दिया, जिसके कारण मध्य प्रदेश में शराब और सस्ती हो गई।
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए विदेशी शराब पर उत्पाद शुल्क में 10 से 13 फीसदी तक की कटौती कर दी है। वहीं इसके साथ ही नई आबकारी नीति के तहत एक ही दुकान पर विदेशी और देशी शराब को एक साथ बेचने की अनुमति दी गई है। इस समय पूरे राज्य में 2,544 देशी शराब और 1,061 विदेशी शराब की दुकानें हैं।
नई आबकारी नीति के तहत राज्य सरकार ने शराब उत्पादकों को अंगूर के साथ-साथ काले बेर से बनने वाली वाइन को भी बनाने की मंजूरी दी है साथ ही कानूनी तौर पर लोग अब अपने घरों में पहले की तुलना में चार गुना ज्यादा शराब रख सकेंगे। वहीं 1 करोड़ रुपये से अधिक की वार्षिक आय वाले लोगों को घर पर बार खोलने की अनुमति दी गई है।