जिन्दगी लंबी नहीं बड़ी होनी चाहिए, कहने को ये केवल एक सिनेमाई डॉयलॉग है लेकिन पूरी जिंदगी का मर्म समेटे हुए है। हम सब अपनी अपनी जिंदगी जी रहे हैं और एक दिन इसी तरह दुनियां से गुजर जायेंगे। जिसने लोगों के लिए कुछ किया हो दुनियां उन्हीं को याद करती है। इसी क्रम में दिल्ली के एक बुजुर्ग भी अपना नाम दर्ज करवा रहे हैं जिन्हें उनके नेक काम के लिए लोग मटका मैन के नाम से पुकारते हैं।
दिल्ली के इस प्रेरणादायक बुजुर्ग की कहानी को आनंद महिंद्रा ने शेयर किया है। आनंद महिंद्रा प्रेरणादायक पोस्ट शेयर करते रहते हैं, हाल ही में उन्होंने ट्विटर पर एक स्टोरी शेयर की। यह कहानी है “मटका मैन” की। वो दिल्ली में पीने का पानी उपलब्ध करवाते हैं। उनका पूरा नाम अलग नटराजन है, दुनिया उन्हें ‘मटका मैन’ के नाम से जानती है।
अलग नटराजन दक्षिण दिल्ली के पंचशील पार्क में रहते हैं। वो अपनी एसयूवी में ड्राइव करते हैं, पूरे दक्षिण दिल्ली में मिट्टी के बर्तनों को पीने के साफ पानी से भरते हैं, ताकि राहगीरों को पीने का पानी मुफ्त में मिल सके। उन्होंने गरीब लोगों को 24/7 हवा भरने की सुविधा देने के लिए दक्षिण दिल्ली में लगभग 100 साइकिल पंप भी लगाए हैं। इसके अलावा नटराजन कामगार मजदूरों की हफ्ते में दो या तीन बार भोजन उपलब्ध कराने का भी काम करते हैं।
उनके इस काम कि हर तरफ तारीफ होती है, हिंदू इन्हें देवदूत और मुसलमान इन्हे फरिश्ता कहकर बुलाते हैं। इनके द्वारा मिट्टी के बर्तनों में भरे पानी को पीकर रोज सैकड़ों की तादाद में राहगीर अपनी प्यास बुझाते हैं और इन्हें दिल से दुआ देते हैं।
इस नेक काम की शुरुआत उन्होंने अपने घर से कि। घर के बाहर एक मिट्टी के बर्तन में पानी भरने से शुरू हुआ ये सफर आज सैकड़ों तक पहुंच गया है। रोज सुबह नटराजन करीब 90-100 मटकों में पानी भरते हैं ताकि राहगीर उससे अपनी प्यास बुझा सके। उनके इस काम कि तारीफ करते हुए आनंद महिंद्रा ने ट्वीट किया और लिखा मटका मैन को सलाम है।