महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र बुधवार (27 नवंबर) को सुबह आरंभ होने पर सभी की नजरें एनसीपी नेता अजित पवार पवार पर टिकी हुई थीं जिन्होंने पार्टी से विद्रोह कर सरकार बनाने के लिए भाजपा को समर्थन देकर हैरान कर दिया था लेकिन मंगलवार को उन्होंने इस्तीफा भी दे दिया। अजित पवार ने जैसे ही बुधवार को सुबह विधान भवन के परिसर में प्रवेश किया तो उनकी चचेरी बहन और लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने उन्हें गले लगाया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
जब सुप्रिया सुले भाई अजित पवार को गले लगा रहीं थी तो तभी उन दोनों के बीच एक एक मीडिया चैनल का माइक आ गया था। रिपोर्टर ने जब माइक खींचने की कोशिश की तो वह नीचे गिर गया। जिसके बाद सुप्रिया सुले ने रिपोर्टर की मदद करते हुए माइक उठाकर उसको दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
इसके साथ ही लोग यह भी दावा करने लगे कि सुप्रिया सुले ने अजित पवार के पैर भी छुए हैं। लेकिन सुप्रिया अजित पवार के पैर छूने के लिए नहीं, बल्कि माइक उठाने के लिए झुकीं थी।
एनसीपी प्रमुख प्रमुख शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले अपनी पार्टी के विधायकों का स्वागत करने के लिए विधान भवन के प्रवेश द्वार पर खड़ी थीं। विधान भवन परिसर में संवाददाताओं से बात करते हुए अजित पवार ने कहा, “मैं राकांपा में था और अब भी हूं। मैनें पार्टी कभी नहीं छोड़ी।”
देवेंद्र फड़नवीस के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को समर्थन देने के लिए अजित पवार के शनिवार को अपनी पार्टी से बगावत करने के बाद भावुक दिखी उनकी चचेरी बहन सुले ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस में लिखा था कि पवार परिवार और पार्टी बंट गयी है। उन्होंने अपने स्टेटस में लिखा था, “आप जीवन में किस पर भरोसा करोगे। इतना ठगा हुआ कभी महसूस नहीं हुआ। उनका बचाव किया, उन्हें प्यार दिया। देखो बदले में क्या मिला मुझे।”
महाराष्ट्र में नाटकीय घटनाक्रम के तहत शनिवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राजभवन में भाजपा के देवेंद्र फड़नवीस को मुख्यमंत्री और राकांपा के अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई थी। जिसके बाद दोनों ने बीते दिन इस्तीफा दिया।
पीटीआई इनपुट के साथ)