सुदर्शन न्यूज के एडिटर और चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर सुरेश चव्हाणके अपने एक वीडियो को लेकर चर्चा में हैं। उनका एक वीडियो ट्विटर पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह अपने दफ्तर की महिला कर्मचारियों के साथ हाथ में तलवार और सिर पर पगड़ी पहनकर दिख रहे हैं। वीडियो में ये लोग हाथ में वंदे मातरम पर तलवार लहरा रहे हैं।
असल में सुदर्शन न्यूज की एक रिपोर्टर के मुताबिक सुरेश चव्हाणके ने कुछ महिला रिपोर्टर को सम्मानित करते हुए उन्हें तलवार और पगड़ी दी है। असल में सुदर्शन न्यूज का दावा है कि जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के छात्रों की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुदर्शन की 8 महिला रिपोर्टरों ने उन्हें बोलने नहीं दिया। ये 8 महिला रिपोर्टर प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसलिए गई थी ताकि वह बढ़े फीस के विरोध में सोमवार को हुए संसद मार्च के दौरान साथी रिपोर्टर से हुई बदतमीजी का जवाब मांग सके।
इस संबंध में सुरेश चव्हाणके ने ट्वीट कर लिखा, ''सुदर्शन की 8 शेरनियों ने रोकी जेएनयू के बवालियोको की प्रेस कॉन्फ्रेंस। किसी को भी बोलने नहीं दिया। कल साथी रिपोर्टर से हुई बदतमीजी का जवाब माँगने सीधे जा धमकीं जेएनयू कैंपस।'' इसके साथ उन्होंने इस घटना का वीडियो भी शेयर किया है।
सुदर्शन न्यूज के दावों के मुताबिक ये है वो महिला रिपोर्टर के साथ बदतमीजी वाला वीडियो
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्र तकरीबन एक हफ्ते से हॉस्टल के बढ़े फीस को लेकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुरेश चव्हाणके हमेशा ही अपने बयानों को लेकर सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं। सुरेश चव्हाणके शिरडी में पैदा हुए हैं। इसका दावा है कि इन्होंने बहुत छोटी उम्र में संघ ज्वाइन किया था और उसके लिए काम कर रहे हैं। सुरेश चव्हाणके तकरीबन 12 सालों से सुदर्शन न्यूज चला रहे हैं।