महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार कार्यक्रम विधान भवन में जारी है। एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस के कुल 36 विधायक मंत्रीपद की शपथ ले रहे हैं। अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। इसी बीट ट्विट पर संजय राउत ट्रेंड में आ गए हैं। हैशटैग संजय राउत के साथ लोग शिवसेना पार्टी की आलोचना कर रहे हैं। महाराष्ट्र में 32 दिन बाद उद्धव सरकार के 37 मंत्रियों की शपथ हो रही है। इस बात से कोई अनजान नहीं है कि संजय राउत ने शिवसेना के लिए चुनाव के पहले और चुनाव के बाद जमकर प्रचार-प्रसार किया है।
ट्विटर पर कई लोग दावा कर रहे हैं कि शिवसेना नेता संजय राउत नाराज हैं और उनकी नाराजगी की वजह उनके भाई सुनील राउत का मंत्री नहीं बनना बताया जा रहा है। इसी बात को लेकर ट्विटर पर लोगों ने शिवसेना पार्टी की आलोचना शरू कर दी है।
कई यूजर ने लिखा है कि शिवसेना ने संजय राउत के साथ धोखेबाजी की है। मेघना प्रसाद ने लिखा है,संजय राउत के भाई सुनील राउत के इस्तीफे की संभावना है क्योंकि उन्हें उद्धव ठाकरे के मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया है। शिवसेना के कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं के भी इस्तीफा देने के संकेत हैं।
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हालांकि विवाद बढ़ने के बाद एक न्यूज चैनल से बात करते हुए संजय राउत ने कहा है, मैं नाराज नहीं हूं। हमने पहले ही निश्चित किया था कि मेरे परिवार से कोई भी मंत्री नही बनेगा। सरकार बनने में हमारा योगदान है, ये बड़ी बात है। मैं नाराज नही हूं।''