मुंबई: महाराष्ट्र के पालघर मॉब लिचिंग मामले पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा और एनसीपी (NCP) नेता और राज्य के जलसंसाधन मंत्री जयंत पाटील ट्विटर पर भिड़ गए हैं। दोनों नेताओं के बीच पालघर में 16 अप्रैल की रात तीन व्यक्ति (दो साधु और एक ड्राइवर) की पीट-पीटकर हत्या कर देने के मामले में तीखी बहस हुई। बीजेपी नेता संबित पात्रा ने पालघर मॉब लिचिंग के पर ट्वीट करते हुए महाराष्ट्र सरकार से कुछ सवालों का जवाब मांगा था। जिसका जयंत पाटील ने रिप्लाई किया है। दोनों नेताओं का यह ट्विटरवॉर वायरल हो गया है।
संबित पात्रा ने पालघर मॉब लिचिंग मामले पर ट्वीट करते हुए लिखा, ''महाराष्ट्र सरकार को जवाब देना होगा...., NCP और CPI(M) के नेता पालघर के उस अमानवीय भीड़ में क्या कर रहें थे?...आप लोग गठबंधन की सरकार चलाते है इसका ये अर्थ नहीं है कि आप एक दूसरे के पापों पर पर्दा डालेंगे। संतो की हत्या या साजिश??''
बीजेपी नेता के इस ट्वीट का जवाब देते हुए, ''जयंत पाटील ने लिखा, संबित पात्रा कृपया अफवाह फैलाना बंद कीजिए। गडचिंचोले पंचायत पर बीजेपी सत्ता में है, जहां पर ये दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी है। भाजपा की सरपंच चित्रा चौधरी घटना के समय वहा मौजूद थी। एनसीपी का इस घटना से कोई संबंध नहीं है। पार्टी के एक कार्यकर्ता घटना स्थल पर पुलीस के बुलावे पर गए थे।''
पालघर मॉब लिचिंग केस पर गृह मंत्री ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से की बात
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पालघर में पीट-पीटकर तीन लोगों की हत्या के मामले में सोमवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की। ठाकरे ने फोन पर बातचीत के दौरान गृह मंत्री को घटना की जानकारी दी और मामले में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी बताया। यह घटना 16 अप्रैल की रात हुई थी, जब भीड़ ने चोर होने के संदेह में तीन लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी। मृतकों में जूना अखाड़ा के दो संत भी शामिल हैं। खबरों के अनुसार कुछ नाबालिगों सहित 100 से अधिक लोगों को पुलिस ने घटना में शामिल होने के आरोप में हिरासत में लिया है।
पालघर की घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश में भाजपा: कांग्रेस
कांग्रेस ने महाराष्ट्र के पालघर जिले में पिछले दिनों तीन लोगों की भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या करने की घटना की कड़ी निंदा करते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि भाजपा इस मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से इस मामले में खिलाफ त्वरित अदालती कार्यवाही और दोषियों को सजा सजा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। उन्होंने एक बयान में कहा, ''यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस पार्टी इसकी कड़ी निंदा करती है। हमारे सभ्य समाज में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। इस मामले में कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।''
उन्होंने कहा, ''गिरफ्तार किए गए सभी लोग स्थानीय आदिवासी हैं। यह किसी भी तरह से कोई सांप्रदायिक या हिंदू-मुस्लिम मामला नहीं है जैसा कि उन लोगों द्वारा इसे पेश करने की कोशिश हो रही है जो ऐसी हर घटना में सांप्रदायिक आग भड़काने का मौका तलाशते हैं।'' कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ''''दुखद है कि भाजपा और उसके लोग, मीडिया का एक धड़ा इस घटना को सांप्रदायिक लहजे से पेश करने की कोशिश कर रहा है। ध्रुवीकरण का यह प्रयास बहुत शर्मनाक है और इसे पूरी तरह खारिज किया जाना चाहिए।'''