बुलंदशहर हिंसा पर बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने विवादित बयान देकर चर्चा में आ गए हैं। सोशल मीडिया चाहे वो ट्विटर हो या फेसबुक हर तरफ उनके बयान सुर्खियों में है।
एक चैनल से बात करते हुए नसीरुद्दीन शाह ने कहा, आज देश में पुलिस ऑफिसर की मौत से ज्यादा गौ हत्या की अहमियत है। गौरतलब है कि नसीरुद्दीन शाह का ये पूरा बयान बुलंदशहर हिंसा में पुलिस इंसपेक्टर सुबोध कुमार सिंह के मौत के ऊपर था।
ट्विटर पर नसीरुद्दीन शाह के बयान के एक दिन बाद 21 दिसम्बर को #नसीरुद्दीनशाह टॉप ट्रेंड है। इस हैशटैग #नसीरुद्दीनशाह के साथ लोग बॉलीवुड अभिनेता की जमकर आलोचना कर रहे हैं। लेकिन वहीं कुछ लोग उनके समर्थन में भी कह रहे हैं।
ट्विटर पर अशोक कपूर नाम के यूजर ने लिखा है, ''देश का आम मुसलमान आज मजे से पंक्चर लगा रहा है, खा पी रहा है, देश की जनसंख्या वृद्धि में बढ़-चढ़ कर सहयोग कर रहा है, तलाक दे रहा है, हलाला कर रहा है और सख्त सुरक्षा में रहने वाले करोड़पति मुसलमानों को डर लग रहा है।''
वहीं, हरियाणा के स्वास्थ्य और साइंस-टेक्नोलॉजी अनिल विज ने हैशटैग #नसीरुद्दीनशाह के साथ लिखा, ''#नसीरुद्दीनशाह जी हम #गाय को भी उतना ही महत्व देते हैं जितना इंसान को। अगर आप भी गाय को उतना ही महत्व देने लग जाएं तो आप की चिंताओं का अपने आप समाधान हो जाएगा।''
इसके अलावा कुछ यूजर ने नसीरुद्दीनशाह फर फनी कमेंट भी किया है। एक यूजर ने लिखा है, ''नसीरुद्दीन की बातों से एक सीख हमसबको मिलती है...अपने बच्चो से कहे रोज हनुमान चालीसा पढ़े, डर नहीं लगेगा।"
वहीं पत्रकार रोहित सरदाना ने लिखा है, ''एक तरफ़ हामिद अंसारी है- छः साल पाकिस्तान की जेल में बिता के लौटा तो देश ने ऐसा प्यार दिया की ताउम्र याद रहे. दूसरी तरफ़ नसीरुद्दीन शाह हैं, ताउम्र देश ने प्यार किया फिर भी कह रहे हैं यहाँ डर लगता है!''
एक यूजर ने लिखा है, ''#नसीरुद्दीनशाह को अगर इतना ही डर लग रहा है तो उन्हे #महागठबंधन में चले जाना चाहिए, आजकल सारे डरे हुए वहीं जा रहे है।''
देखिए कुछ और प्रतिक्रिया #नसीरुद्दीनशाह
क्या दिया था नसीरुद्दीन शाह ने बयान
नसीरुद्दीन शाह ने कहा, ''हमने बुलंदशहर हिंसा में देखा कि आज देश में एक गाय की मौत की अहमियत पुलिस ऑफिसर की जान से ज्यादा होती है।''
नसीरुद्दीन शाह ने ये भी कहा कि इन दिनों समाज में चारों तरफ जहर फैल गया है। उन्होंने कहा, ''मुझे इस बात का डर लगता है कि अगर कही मेरे बच्चों को भीड़ ने घेर लिया और उनसे पूछा जाए कि तुम हिंदू हो या मुसलमान? मेरे बच्चों के पास इसका कोई जवाब नहीं होगा। आज पूरे समाज में हिन्दू मुस्लिम का जहर फिर से घुल गया है।''
नसीरुद्दीन शाह ने कहा, ‘मुझे बचपन में धार्मिक शिक्षा मिली थी। रत्ना (अभिनेता की पत्नी) एक प्रगतिशील घर की थी और उन्हें ऐसा कुछ नहीं मिला और हमने तय किया कि हम अपने बच्चों को धार्मिक शिक्षा नहीं देंगे क्योंकि मेरा मानना है कि किसी के अच्छे होने या बुरे होने का धर्म से कोई लेना देना नहीं है’
नसीरुद्दीन शाह का अपने बच्चों के लिए भयभीत होना 2015 में आमिर खान द्वारा असहिष्णुता पर दिए गए बयान की ही तरह है।