मध्य प्रदेशः रविवार राज्य के बडी झरिया गांव में कुछ ऐसा हुआ जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है। सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने तो ट्वीट कर उस महिला को प्रणाम किया जिसकी हिम्मत ने सबको चौंका दिया। दरअसल आदिवासी मां (tribal mother) किरण बैगा अपने तीन बच्चों के साथ झोपड़ी के अंदर अलाव के पास बैठी थी। छोटा बेटा गोदी में था और बाकी दो बच्चे आस-पास थे। तभी अचानक झोपड़ी में तेंदुए आ गया और 6 साल के बच्चे को अपने जबड़े में जकड़कर जंगल में चला गया। ममता की मारी मां भी हिम्मत दिखाई और तेंदुए के पीछे-पीछे जंगल की तरफ अकेले ही दौड़ पड़ी। वह इस दौरान चिल्लाती रही लेकिन तेंदुए के आगे कौन जाए!
लेकिन अपने बच्चे की जान के लिए उसने अपनी जान की बाजी लगा दी। निहत्थी मां ने तेंदुए से भिड़ गई। उसके पास सिर्फ एक छोटी सी छड़ी थी। तेंदुए ने मां के उपर हमला कर दिया। वह घायल हो गई लेकिन लड़ती रही और आखिर मां और उसके हौसले की जीत हुई। तेंदुए के जबड़े से मां ने बच्चे को छुड़ा लिया। उसे गोद में उठा लिया। तब तक गांववाले भी पहुंच गए। हालांकि महिला थोड़ी देर में बेहोश हो गई। तेंदुए के हमले से मां को कई जगह गंभीर चोटें आईं। बच्चा भी घायल हुआ।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने महिला को ट्वीट कर प्रणाम किया। उन्होंने लिखा, 'काल के हाथों से बच्चे को निकाल कर नया जीवन देने वाली मां को प्रणाम। प्रदेश के सीधी जिले में तेंदुए का एक किमी दूर पीछा कर मां अपने कलेजे के टुकड़े के लिए उससे भिड़ गईं। मौत से टकराने का ये साहस ममता का ही अद्भुत स्वरूप है। मां श्रीमती किरण बैगा का प्रदेशवासियों की तरफ से अभिनंदन।'