मेरठ: तेंदुए की दहशत से मेरठ वालों को उस वक्त तसल्ली मिली जब दिल्ली-मेरठ स्थित पल्लवपुरम कालोनी में घुसे तेंदुआ को आखिरकार वन विभाग की टीम ने पकड़ कर जंगल में छोड़ दिया। वन विभाग के अधिकारियों ने इस तेंदुआ को काबू करने के लिए पूरे 11 घंटे कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
अब भारतीय वन सेवा के अधिकारी रमेश पाण्डेय ने उस तेदुए को पिजड़े के रिहा किये जाने का वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है। जंगल में छोड़े जाने के वक्त तेंदुए जिस तरह से वन की ओर सरपट भागता है, उसे देखकर लगता है मानों उसने इंसानों की बस्ती से तौबा कर ली हो। महज 12 सेकेंड के इस वीडियो में नदी के किनारे जैसे ही पिंजड़े का दरवाजा खोला जाता है, तेंदुए फौरन पिंजड़े से कूदता है और जंगल में ओझल हो जाता है।
शनिवार शाम में रमेश पाण्डेय के द्वारा साझा इस वीडियो को अब तक 10 हजार से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं और इस वीडियो को अब तक 564 लोगों ने लाइक भी किया है।
वन अधिकारी रमेश पाण्डेय इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखते हैं “वन कर्मचारियों के लिए यह संतोषजनक होता है कि वे बचाए गए जानवरों को उनके सही ठिकाने तक पहुंचा देते हैं। तेंदुए के बचाव और रिहाई की सफल कोशिश के लिए डीएफओ मेरठ और उनकी टीम को बधाई।”
इस मामले में मेरठ रेंज के डीएफओ राजेश कुमार ने बताया कि कर्मचारियों के कड़ी मेहनत के बाद तेंदुए को सकुशल पकड़ लिया गया। इसके बाद मेरठ से वाहन में लादकर इस तेंदुए को शिवालिक के जंगल में छोड़ा गया। रिहा किये जाने पहले तेंदुए को विशेष पिजरें में रखा गया था।
वन अधिकारियों ने कहा कि रिहाई से पहले रास्ते में तेंदुए को वन विभाग के कर्मचारियों ने खाना भी दिया। अधिकारियों ने बताया कि पकड़ गया तेंदुए चार साल का था और उसका वजन लगभग 80 किलो था।