दिल्ली: 'बाबा का ढाबा' एक बार फिर चर्चा में है। इसे चलाने वाले कांता प्रसाद ने अपना रेस्टोरेंट बंद कर वापस मालवीय नगर में 'बाबा का ढाबा' खोल लिया है। उन्होंने साथ ही कहा कि अब वह उम्र भर यह ढाबा ही चलाएंगे।
दरअसल पिछले साल कांता प्रसाद ने उस समय काफी सुर्खियां बटोरी थी, जब एक यूट्यूबर गौरव वासन ने कोरोना महामारी के दौरान उनकी खराब वित्तीय स्थिति के बारे में लोगों को बताया था। इसके बाद देश भर से कांता प्रसाद को लोगों ने वित्तीय सहायता दी थी, जिसकी मदद से उन्होंने एक रेस्टोरेंट में शुरू किया था । हालांकि बाबा का रेस्टोरेंट ठीक तरह से चल नहीं पाया ।
एएनआई से बात करते हुए कांता प्रसाद ने कहा कि 'रेस्टोरेंट में एक लाख के निवेश पर हमें केवल 35000 की कमाई होती थी इसलिए हमने इसे बंद कर दिया और अब हम अपना पुराना ढाबा चला कर ही खुश हैं क्योंकि वहां ग्राहकों की संख्या अच्छी है।'
बाबा के रेस्टोरेंट को शुरुआत में तो ग्राहकों की काफी भीड़ और रुचि मिली लेकिन बाद में धीरे-धीरे यह भीड़ कम होने लगी और प्रबंधन से परेशान होकर उन्होंने इसे बंद करने का फैसला किया ।
हालांकि अब बाबा का कहना है कि वह अपने ढाबे को तब तक चलाएंगे जब तक उनकी मृत्यु नहीं हो जाती । उन्होंने अपनी सेवानिवृत्ति की भी योजना बनाई है । उन्होंने कहा कि 'मैं जीवित रहने पर किसी तरह ढाबे को चला लूंगा, जिस दिन कारोबार में मंदी आएगी । मैं इसे बंद कर दूंगा । उन्होंने कहा कि पिछले साल मिले पैसे से मैंने मेरे और मेरी पत्नी के लिए 20 लाख रुपए बचाए हैं ।
पिछले साल कांता प्रसाद द्वारा यूट्यूबर गौरव वासन पर वित्तीय हेराफेरी के आरोप लगाने के बाद बड़ा विवाद हुआ था। हालांकि यूट्यूबर ने उनके इस आरोप से इनकार किया था।