नागरिकता संशोधन विधेयक -2019 को आज (11 दिसंबर) राज्यसभा में पेश किया गया है। इससे पहले नागरिकता बिल 9 दिसंबर को लोकसभा में पेश हुआ और विधेयक के पक्ष में 311 मत, जबकि विरोध में 80 मत पड़े। विपक्ष नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ है। केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार के खिलाफ लोग सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा निकाल रहे हैं। इसी क्रम में जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार ने भी केंद्र सरकार पर तंज करते हुए कहा है कि जो आजादी के आंदोलन में गद्दारी कर रहे थे, वे अब नागरिकता के बहाने गांधी, अम्बेडकर, भगत सिंह के सपनों के भारत की जगह जिन्ना और सावरकर के अरमानों वाला देश बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
कन्हैया कुमार ने ट्वीट किया, ''जो आजादी के आंदोलन में गद्दारी कर रहे थे, वे अब नागरिकता के बहाने गांधी, अम्बेडकर, भगत सिंह के सपनों के भारत की जगह जिन्ना और सावरकर के अरमानों वाला देश बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हम रामप्रसाद बिस्मिल और अशफाक उल्ला की दोस्ती वाले देश को कायम रखने के लिए पुरजोर संघर्ष करेंगे।'' कन्हैया कुमार का ये ट्वीट वायरल हो गया है। इस ट्वीट पर साढ़े 9 हजार रिट्वीट और 37 हजार लाइक्स हैं।
इसके अलावा एक और ट्वीट करते हुए कन्हैया कुमार ने लिखा, ''जब संसद निराश करे तो सड़क पर प्रतिरोध की बुलंद आवाज उठनी चाहिए। आज वक्त है कि महात्मा गांधी और मौलाना आजाद के सम्मान में, आप और हम उतरें मैदान में।''
कन्हैया कुमार ने पिछले दिनों नागरिकता संशोधन विधेयक को कोलकाता और पटना में विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। विरोध प्रदर्शन के दौरान सीपीआई के नेताओं ने बिल की एक प्रति को भी जलाया। जिसके बारे में कन्हैया कुमार ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि बिल की प्रति को हम लोगों ने इसीलिए जलाया है क्योंकि ये देश को बांटने वाला बिल है।