जामिया मिलिया इस्मालिया विश्वविद्यालय में नागरिकता (संशोधन) कानून के खिलाफ प्रदर्शनों को लेकर जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार ने तंज किया। कन्हैया कुमार ने पुलिस के पत्थरबाजी करते चार तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, ''बूझो तो जाने,साहेब अच्छा फेंकते हैं या उनकी पुलिस?'' कन्हैया कुमार के इस ट्वीट को लोगों ने कमेंट करते हुए कहा है कि फिलहाल मौजूदा हालात देखा जाए तो साहेब ही ज्यादा फेंकते हैं। जामिया मिलिया इस्मालिया विश्वविद्यालय में नागरिकता (संशोधन) कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के कारण विश्वविद्यालय में हालात तनावपूर्ण होने के मद्देनजर सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। विश्वविद्यालय ने पांच जनवरी तक अवकाश घोषित किया है।
कन्हैया कुमार ने एक और ट्वीट करते हुए कहा, जुल्मी जब-जब ज़ुल्म करेगा सत्ता के गलियारों से, चप्पा-चप्पा गूँज उठेगा इंकलाब के नारों से।
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पुलिस और जामिया मिलिया इस्मालिया विश्वविद्यालय छात्रों के बीच हुई इस झड़प के बाद 42 छात्रों को हिरासत में लिया गया था। यह झड़प उस समय हुई जब प्रदर्शनकारियों को विश्वविद्यालय गेट पर रोक दिया गया। पुलिस के मुताबिक पुलिस के 12 जवान घायल हुए हैं, जिनमें से दो गंभीर रूप से घायल हैं और उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा है कि इस झड़प में करीब 100 छात्र घायल हुए हैं और करीब एक दर्जन छात्र गंभीर रूप से घायल हैं। टकराव बढ़ने के साथ ही आप विधायक अमानतुल्लाह खान मौके पर पहुंचे और हालात को संभालने की कोशिश की। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और छात्रों ने आरोप लगाया कि आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। छात्रों ने भी पथराव किया।