नागरिकता संशोधन विधेयक को राज्यसभा में 11 दिसंबर और लोकसभा में 9 दिसंबर को मंजूरी मिल चुकी है। विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस इस बिल के खिलाफ है। इसी क्रम में अपना विरोध दर्ज कराते कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक ट्वीट किया। लेकिन अपने ही ट्वीट में उनसे दो चूक हो गई है। जिसको लेकर वह ट्विटर पर ट्रोल हो गए हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 11 दिसंबर की शाम 4 बजकर 18 मिनट पर एक ट्वीट किया। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ''#CAB2019 संविधान की मूल भावना के खिलाफ है,भारतीय संस्कृति के विपरीत भी है। अंबेडकर जी ने संविधान लिखते समय किसी को धर्म, जात के दृष्टिकोण से नहीं देखा था। भारत का इतिहास रहा है कि हमने सभी को अपनाया है- वासुदेव कुटुंबकम (वसुधैव कुटुंबकम ) भारत की विशेषता है। धर्म के आधार पर पहले कभी ऐसा नहीं हुआ।''
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस ट्वीट में नागरिकता संशोधन विधेयक को भारत की संस्कृति के खिलाफ बताया है। लेकिन इस बात की पुष्टी के लिए जो उन्होंने लिखा, ''भारत का इतिहास रहा है कि हमने सभी को अपनाया है- वसुधैव कुटुंबकम भारत की विशेषता है।'' सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि अगर वसुधैव कुटुंबकम भारत की विशेषता है, तो फिर इस बिल से उनको क्या दिक्कत है। 'वसुधैव कुटुंबकम' का अर्थ होता है, 'संपूर्ण पृथ्वी एक परिवार है'। कुछ यूजर ने यह भी कहा है कि अगर आप मानते हैं कि 'संपूर्ण पृथ्वी एक परिवार है' तो फिर उस परिवार के लोगों को अपनाने में क्या दिक्कत है।
बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने ट्वीट में वसुधैव कुटुंबकम को गलत लिखने पर भी ट्रोल हो रहे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने ट्वीट में 'वसुधैव कुटुंबकम' की जगह 'वासुदेव कुटुंबकम' लिखा है।
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जो लोग गलत लिखने पर ट्रोल कर रहे हैं
नागरिकता संशोधन बिल है क्या? (what is Citizenship Amendment Bill (CAB)
नागरिकता संशोधन बिल के तहत पड़ोसी देशों से शरण के लिए भारत आए हिंदू, जैन, बौद्ध, सिख, पारसी और ईसाई समुदाय के लोगों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है। नागरिकता संशोधन बिल सोमवार (9 दिसंबर) को लोकसभा में पेश हुआ और विधेयक के पक्ष में 311 मत, जबकि विरोध में 80 मत पड़े।
नागरिकता संशोधन विधेयक पूरे देश में लागू किया जाएगा। लेकिन इस विधेयक का ज्यादातर भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्रों जैसे, मेघालय, मणिपुर, असम, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम में विरोध होता रहा है, क्योंकि ये राज्य बांग्लादेश की सीमा से सटे हैं।