सोशल मीडिया पर झारखंड पुलिस का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में झारखंड पुलिस आंगनबाड़ी सेविकाओं पर जमकर लाठी बरसाते दिख रहे हैं। घटना मंगलवार की है। इस घटना का वीडियो कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने ट्विटर पर शेयर किया है। वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा है- ''यह वीडियो आपको विचलित कर सकता है, पर यह झारखंड सरकार की सच्चाई है। राँची में आंगनबाड़ी सेविकाओं पर झारखंड सरकार ने अपनी ताकत दिखाई। इनका गुनाह यह था कि यह अपना मानदेय बढ़ाने की माँग पिछले 40 दिवसों से लगातार सरकार से कर रही थी।'' आंगनबाड़ी सेविकाएं इस बात की मांग कर रही हैं कि उनकी सेविका सहायिका की सेवा को स्थायी कर दिया जाये। लाठीचार्ज में कुछ आंगनबाड़ी सेविकाएं घायल हो गई हैं। करीब तीन घंटे तक पुलिस और आंगनबाड़ी सेविकाओं के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ।
वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर झारखंड पुलिस की काफी आलोचना की जा रही है। लोगों का कहना है कि जिस तरीकेसे पुलिस पेश आ रही है उसको देखकर साफ लग रहा है कि भारत विकासशील देश नहीं है।
वहीं कुछ यूजर का कहना है कि महिला पुलिसकर्मी कहां है?
वहीं, कुछ यूजर का कहना है कि भाजपा सरकार औरतों पर जुल्म करके क्या साबित करना चाहती है, यही न की भाजपा महिला विरोधी है। महिलाओं के सम्मान करने के बजाय महिलाओं पर अत्याचार कर रही है।
आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ की महिलाएं मंगलवार( 23 सितंबर) को अपने मांगों को पूरा करवाने के लिए मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने जा रही थी। इसी दौरान महिलाओं पर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया। इस दौरान वहां एक भी महिला पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थीं। इसलिए वहां मौजूद पुरुष पुलिसकर्मियों ने महिलाओं को रोकने की कोशिश की। इस दौरान जब महिलाएं नहीं मानी तो पुलिसकर्मियों ने महिलाओं पर लाठी बरसा दी।