संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान “भड़काउ” भाषण देने के आरोपी शोध छात्र शरजील इमाम के खिलाफ कई राज्यों में देशद्रोह का मामला दर्ज होने के बाद उसकी गिरफ्तारी के लिये मुंबई, पटना और दिल्ली में छापेमारी की जा रही है। इसी बीच ट्विटर पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के छात्रों का है। दावा किया जा रहा है कि सोमवार को जेएनयू छात्रों ने शरजील इमाम के पक्ष में एक मार्च किया है। जेएनयू के कुछ छात्रों की मांग है कि शरजील इमाम के खिलाफ लगे सारे केस वापस लिए जाए।
एनडीटीवी के पत्रकार ने वीडियो जारी करते हुए लिखा, जेएनयू में विवाद, देशद्रोह के मामले में फरार चल रहे शरजील इमाम के समर्थन में निकाला गया पैदल मार्च। वहीं कई मीडिया रिपोर्ट में भी दावा किया गया है कि शरजील के समर्थ में जेएनयू में नारेबाजी की गई है।
इमाम के समर्थन में सैकड़ों छात्रों ने हाथों में पोस्टर-बैनर लेकर मार्च निकाला। हालांकि इस मार्च में एनआरसी, सीएए और भारत सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई है।
पुलिस के मुताबिक शरजील इमाम बिहार का रहने वाला है। पुलिस के मुताबिक बिहार निवासी शरजील इमाम की तलाश में अपराध शाखा के पांच दल लगाए गए हैं। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के इतिहास अध्ययन केंद्र के पीएचडी छात्र इमाम को जेएनयू के चीफ प्रॉक्टर ने भी तलब किया है। उन्होंने इमाम से तीन फरवरी तक प्रॉक्टोरियल समिति के समक्ष पेश होकर कथित भड़काऊ भाषण पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा है।
शाहीन बाग प्रदर्शन के शुरुआती आयोजकों में से एक इमाम के खिलाफ दिल्ली पुलिस द्वारा रविवार को भारतीय दंड संहिता की धारा 124 ए, 153 ए और 505 के तहत मामला दर्ज किया गया था। इसके अलावा उसके खिलाफ 16 जनवरी को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में दिए गए एक भाषण को लेकर शनिवार को देशद्रोह का मामला दर्ज किया। असम पुलिस ने भी शरजील के भाषणों को लेकर उसके खिलाफ आतंकवाद रोधी कानून यूएपीए के तहत एक मामला दर्ज किया है।