आंध्र प्रदेश, प्यार इस दुनियां की सबसे पवित्र भावना है, प्यार किसी से भी हो सकता है और कहीं भी हो सकता है। कुछ लोग समय के साथ इसे भूल जाते हैं तो कुछ अपने साथी के मरने के बाद भी इसे जिंदा रखते हैं। ये तो हम सब जानते हैं कि इंसान मंदिर बनवाता है और उसमें अपने भगवान को बैठा के उसकी पूजा करता है। मगर आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे है जिसने अपने दिवंगत पति के सम्मान और उसके प्रति अपने प्यार के चलते एक मंदिर बनवा दिया।
आंध्रप्रदेश के पोडिली मंडल रहने वाली पद्मावती ने अपने दिवंगत पति के प्रति अपने प्रेम को व्यक्त करने के लिए एक भव्य मंदिर बनवाया है। जिसमे वह रोज नियमित पूजा करती है और ईश्वर से अपने प्यार को बनाए रखने कि प्रार्थना करती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मंदिर संगमरमर से बना है जिसमें पद्मावती के पति प्रकाशम अंकिरेद्दी की मूर्ति स्थापित है। आंध्रप्रदेश के निम्मावरम गांव की रहने वाली पद्मावती एक रूढ़िवादी परिवार से ताल्लुक रखती हैं। पद्मावती ने अपनी मां को अक्सर उनके पिता कि पूजा करते देखा था। शायद इन्हीं सब वजहों से उन्होंने भी अपने पति के लिए ये करने का फैसला किया।
इसलिए बनवाया पद्मावती ने मंदिर
चार साल पहले एक दुर्घटना में पद्मावती के पति की जान चली गई जिसके बाद उनकी जिंदगी में अंधेरा छा गया और मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और बच्चों और परिवार को संभाला। पद्मावती के अनुसार उनके पति के मृत्यु के कुछ दिनों बाद वो उनके सपने में आए और अपनी मंदिर बनवाने की इच्छा जाहिर कि। उनकी इच्छा के अनुसार पद्मावती ने उनका एक भव्य मंदिर बनवाया और तब से आजतक नियमित पूजा करती हैं।
खास मौकों पर गरीबों को कराते हैं भोजन
पद्मावती बताती हैं कि उनके पति अंकिरेद्दी के जन्मदिन समेत तमाम खास मौकों पर वह पूजा पाठ करवाती हैं और उनकी मूर्ति का अभिषेक करती हैं। उनके जन्मदिन पर अपने सामर्थ्य के अनुसार गरीबों को भोजन करवाया जाता है और आर्थिक सहायता भी की जाती है। उनके इस काम में उनका बेटा शिवशंकर और पति के दोस्त और तिरुपति रेद्दे सहयोग देते हैं। बेटे शिव का कहना है कि वह बहुत भाग्यशाली है कि उन्हें ऐसे माता पिता मिले।