लखनऊ: निर्भया कांड में आरोपियों को फांसी पर लटकाने के बाद भी देश में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार में जरा भी बदलाव नहीं आया है। दरअसल, 14 सितंबर को प्रदेश के हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 19 साल की एक दलित लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी।
पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मंगलवार को इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूटा है। #Nirbhaya के साथ लोगों ट्विटर पर अपना गुस्सा दिखाया है।
पुलिस अधीक्षक विक्रांतवीर के मुताबिक लड़की ने अपने साथ बलात्कार की वारदात के बारे में पुलिस को पहले कुछ नहीं बताया था मगर बाद में मजिस्ट्रेट को दिए गए बयान में उसने आरोप लगाया कि संदीप, रामू, लव कुश और रवि नामक युवकों ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया था। विरोध करने पर जान से मारने की कोशिश करते हुए उसका गला दबाया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़िता ने मजिस्ट्रेट को दिये अपने बयान में कहा था कि चार युवकों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और विरोध करने पर उसका गला घोंटने की कोशिश की, जिसमें उसकी (पीड़िता की) जीभ कट गई। उन्होंने बताया कि पीड़िता ने चारों आरोपियों की पहचान संदीप, रामू, लवकुश और रवि के रूप में की थी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि संदीप को घटना के दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था।
बाद में, रामू और लवकुश को गिरफ्तार किया गया और आज (शनिवार को) चौथे आरोपी रवि को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि चारों आरोपियों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार, हत्या के प्रयास के अलावा अजा-अजजा कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि मुकदमा त्वरित अदालत में चलाया जाएगा। पीड़िता को घटना के दूसरे दिन अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। वह वेंटिलेटर पर है और उसकी हालत चिंताजनक बतायी जाती है । रविवार सुबह उसे दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में रेफर कर दिया गया।