हरदोईः यूक्रेन के एक मेडिकल कालेज की छात्रा और हरदोई के एक गांव की प्रधान द्वारा मदद के लिए डाला गया एक वीडियो उनके लिए परेशानी का कारण बन गया है।
जिले के तेरा पुरसैली गांव की प्रधान वैशाली यादव का यूक्रेन में फंसे होने का वीडियो सोशल मीडिया वायरल होने के बाद इस मामले की जांच जिला प्रशासन ने शुरू कर दी है कि आखिर वह बिना अनुमति के विदेश कैसे चली गयी। यह जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों ने दी।
वैशाली ने कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड किया था जिसमें वह खुद को यूक्रेन से निकालने की बात कहती और मदद की गुहार लगाती हुई नजर आती है। वह यूक्रेन के एक मेडिकल कालेज से एमबीबीएस की छात्रा हैं। हरदोई की मुख्य विकास अधिकारी (सीडओ) आकांक्षा राणा ने बताया कि इस पूरे मामले की जांच प्रशासन द्वारा की जा रही है कि आखिर ग्राम प्रधान रहते हुए वैशाली यादव मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए विदेश कैसे गई? प्रशासन ने ग्राम सभा के खातों की जांच शुरू कर दी है।
वैशाली के पिता और पूर्व ब्लाक प्रमुख महेंद्र यादव ने बताया कि उनकी बेटी वैशाली यादव एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए यूक्रेन गई है और वह इस समय रोमानिया में है। उन्होंने बताया कि पिछले साल वह घर आई हुई थी और उस समय उसने ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ा था जिसमें वह प्रधान निर्वाचित हुई थी उसके बाद उसने ग्राम सभा की एक बैठक में हिस्सा लिया था।
उन्होंने बताया कि किसी भी प्रधान को साल में कम से कम दो बैठकों में हिस्सा लेना होता है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी घर वापस आकर ग्राम सभा की दूसरी बैठक में हिस्सा लेगी। मुख्य विकास अधिकारी राणा ने बताया कि इस पूरे मामले की जांच की जा रही है कि आखिर प्रधान रहते हुए वह कैसे यूक्रेन चली गई? उन्होंने साथ ही कहा कि इसकी भी जांच की जा रही है कि उनके खातों का संचालन किसके द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके बाद प्रधान के खातों पर रोक लगा दी गई है|