केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद का विवादित बयान वाला वीडियो वायरल, मौलाना आजाद का हवाला देकर कही थी ये बात
By पल्लवी कुमारी | Updated: December 30, 2019 17:10 IST2019-12-30T17:10:19+5:302019-12-30T17:10:19+5:30
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा था कि प्रख्यात इतिहासकार इरफान हबीब ने भारतीय इतिहास कांग्रेस में उनके उद्घाटन भाषण को बाधित करने की कोशिश की और भिन्न राय को लेकर उनकी “असहिष्णुता अलोकतांत्रिक” थी।

केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद का विवादित बयान वाला वीडियो वायरल, मौलाना आजाद का हवाला देकर कही थी ये बात
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का वीडियो वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि इस वीडियो में वह कह रहे हैं कि देश के बंटवारे के बीच सारी गंदगी चली गई लेकिन कुछ गड्ढे बच गए हैं। वायरल वीडियो आरिफ मोहम्मद खान कह रहे हैं कि विरोध कर रहे लोगों के लिए मौलाना आजाद ने पहले कन्वेशन में कहा था, 'देश का बंटवारा गंदगी बहा ले गया लेकिन कुछ गड्ढे बच गए हैं, जिसमें पानी बच गया है और अब उससे बदबू आ रही है'। राज्यपाल के इस बयान को सोशल मीडिया पर लोग नागरिकता संशोधन (CAA) और एनआरसी ( NRC) के विरोध से जोड़ कर देखा जा रहा है।
वीडियो में देखा जा रहा है कि जैसे ही आरिफ मोहम्मद खान ने यह बात बोली वैसे ही कार्यक्रम में बैठे लोग विरोध करने लगे। इस कार्यक्रम के बाद ही केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने प्रख्यात इतिहासकार इरफान हबीब पर आरोप लगाया था। आरिफ मोहम्मद खान ने कहा था कि प्रख्यात इतिहासकार इरफान हबीब ने भारतीय इतिहास कांग्रेस में उनके उद्घाटन भाषण को बाधित करने की कोशिश की और भिन्न राय को लेकर उनकी “असहिष्णुता अलोकतांत्रिक” थी।
It needs an Irfan Habib to protest on stage. He tried to stop Governor Arif Khan from quoting
— Akif عاکف (@khaans) December 28, 2019
Moulana Abdul Kalam Azad, shouting that he should quote Godse.#IndianHistoryCongresspic.twitter.com/81PQMDtATD
आरिफ मोहम्मद खान ने तस्वीरों के साथ एक के बाद एक किये गए ट्वीट में कहा कि कन्नूर में भारतीय इतिहास कांग्रेस के दौरान मंच और श्रोताओं द्वारा उनके भाषण को बाधित करने के प्रयास किये गए। राज्यपाल ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि हबीब ने मौलाना अबुल कलाम आजाद को उद्धृत करने के खान के अधिकार पर सवाल उठाए और चिल्लाते हुए कहा कि उन्हें गोडसे को उद्धृत करना चाहिए। खान ने कहा कि वह तो केवल पिछले वक्ताओं द्वारा उठाए गए बिंदुओं पर प्रतिक्रिया देकर संविधान की रक्षा के अपने दायित्व को पूरा कर रहे थे।
राज्यपाल ने इतिहासकार पर अपने एडीसी और सुरक्षा अधिकारी को धक्का देने का भी आरोप लगाया। राज्यपाल ने कहा कि हबीब ने संशोधित नागरिकता कानून को लेकर कुछ मुद्दे उठाए थे। लेकिन जब मैंने उन मुद्दों पर अपनी बात रखनी चाही तो वह मंच पर ही अपनी सीट से उठे और शारीरिक तौर पर मुझे रोकने की कोशिश की। यह वीडियो में पूरी तरह से साफ दिख रहा है।