पलभर में ढाह दिया गया गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के करीबी का बूचड़खाना, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
By पल्लवी कुमारी | Published: August 28, 2020 07:55 PM2020-08-28T19:55:53+5:302020-08-28T19:55:53+5:30
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने जुलाई में भी विधायक मुख्तार अंसारी की पत्नी एवं एक अन्य रिश्तेदार द्वारा कथित तौर पर अवैध रूप से बनवाए और खाद्य निगम को किराए पर दिए गए भवन को गिरा दिया था।
मऊ/लखनऊ: मऊ जिले के सदर विधानसभा क्षेत्र से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी सहयोगी रईस कुरैशी के अवैध बूचड़खाने को शुक्रवार (28 अगस्त) को जिला प्रशासन ने गिरा दिया। जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि जिले में मुख्तार अंसारी गिरोह से संबंधित ग्रीन लैंड में बना उनके सहयोगी का अवैध बूचड़खाना आज (28 अगस्त) गिरा दिया गया। उन्होंने कहा कि उस जगह पर बने बाकी अवैध निर्माण भी गिराया जाएगा। यह अवैध बूचड़खाना दशकों पहले मुख्तार अंसारी गिरोह के करीबी रईस कुरैशी ने बनवाया था, जिसकी कीमत करीब 40 लाख रुपये बतायी जाती है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
मऊ के जिला मजिस्ट्रेट ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने कहा, गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के करीबी सहयोगी रईस कुरैशी द्वारा चलाए जा रहे एक बूचड़खाने को मऊ में जिला अधिकारियों द्वारा ढहा दिया गया क्योंकि यह ग्रीन जोन के तहत भूमि पर एक अवैध निर्माण था।
#WATCH A slaughter house run by Raees Qureshi, a close associate of gangster Mukhtar Ansari, has been demolished in Mau by district authorities as it was an illegal construction on a patch of land under green zone: Gyan Prakash Tripathi, District Magistrate, Mau pic.twitter.com/RZL6dqgOIu
— ANI UP (@ANINewsUP) August 28, 2020
शुक्रवार को पुलिस क्षेत्राधिकारी नरेश कुमार और सिटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में भारी पुलिस बल के साथ इसे ध्वस्त कर दिया गया। उधर, लखनऊ में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा कि इस अवैध बूचड़खाने के तार मुख्तार अंसारी गिरोह से जुड़े थे जिसे स्थानीय प्रशासन ने गिरवा दिया है और वहां पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
गुरुवार (27 अगस्त) को बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के स्वामित्व वाले दो अवैध निर्माण राजधानी लखनऊ के डालीबाग क्षेत्र में ध्वस्त कर दिए गए थे। राज्य सरकार ने मऊ से बसपा के वर्तमान विधायक मुख्तार के निकट सहयोगियों की संपत्तियां हाल ही में विभिन्न जिलों में जब्त की हैं और गाजीपुर में मुख्तार के चार सहयोगियों के शस्त्र लाइसेंस भी पहले निरस्त किए जा चुके हैं।