दिल्ली में हुई हिंसा पर कांग्रेस ने बीजेपी नेता कपिल मिश्रा पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस ने सोमवार (24 फरवरी) को ट्वीट किया, गृह मंत्रालय के अधीन दिल्ली पुलिस कानून और व्यवस्था को नियंत्रित करने में पूरी तरह से विफल रही है। भाजपा के नेता खुलेआम अभद्र भाषा और धमकी दे रहे हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस तरह की टिप्पणी केवल पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और पुलिस की मिलीभगत से की जा सकती है।
एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस ने कहा, दिल्ली पुलिस कानून व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह से विफल रही है। दिल्ली के सीएम ने अपनी जिम्मेदारी से पूरी तरह किनारा कर लिया है, जबकि केंद्रीय गृह मंत्री चुप हैं। गृह मंत्री को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। दिल्ली के लोग राजनीतिक ब्लेम गेम की कीमत चुका रहे हैं।
जानें वीडियो में क्या कहा कपिल मिश्रा ने
41 सेकेंड के वीडियो में कपिल मिश्रा कह रहे हैं, "ये यही चाहते हैं कि दिल्ली में आग लगी रहे। इसलिए उन्होंने रास्ते बंद किए और दंगे जैसा माहौल बना रहे हैं। हमारी तरफ से एक भी पत्थर नहीं चला है। डीसीपी साहेब हमारे सामने खड़े हैं, मैं आप सब की तरफ से कर रहा हूं। ट्रंप के जाने तक तो हम शांति से जा रहे हैं लेकिन उसके बाद हम आपकी भी नहीं सुनेंगे। अगर रास्ते खाली नहीं हुए तो। ट्रंप के जाने तक आप जाफराबाद और चांदबाग खाली करवा दीजिए। हम आपसे विनती कर रहे हैं, उसके बाद हमें लौट कर आना होगा।" इसके बाद कपिल मिश्रा ने भारत माता की जय के नारे लगवाए।
दिल्ली में कपिल मिश्रा को चुनावी हार
कपिल मिश्रा दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के दौरान भी विवादित भाषणों के चलते चर्चा में रहे थे। चुनाव आयोग ने कपिल मिश्रा पर 48 घंटे का प्रतिबंध भी लगाया था। बीजेपी नेता कपिल मिश्रा को मॉडल टाउन से हार का सामना करना पड़ा है। ‘गोली मारो...’ का नारा और ‘हिंदुस्तान बनाम पाकिस्तान’ संबंधी बयान देने वाले मिश्रा को आम आदमी पार्टी के निवर्तमान विधायक अखिलेशपति त्रिपाठी ने पराजित किया। मिश्रा पहले आम आदमी पार्टी में थे और पिछली बार करावल नगर से विधायक बने थे।