राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की महिला आईएएस (IAS) अफसर ने एक ऐसा खुलासा किया है, जिसको पढ़ने के बाद हर कोई हैरान है। उत्तरी दिल्ली नगर निगम की आईएएस अफसर वर्षा जोशी ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर बताया कि उनके साथ दफ्तर में हर दिन दुर्व्यवहार होता है। वर्षा जोशी ने लिखा, मैं अपने ऑफिस में ही हर दिन असुरक्षित महसूस करती हूं। आईएएस अफसर के ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने कमेंट कर कहा है कि यह बहुत ही बुरी स्तिथि है। लोगों का कहना है कि जब एक आईएएस अफसर के साथ ऐसा हो सकता गै कि आम महिलाओं और लड़कियों को हर दिन क्या-क्या झेलना पड़ता होगा, ये तो सोच के परे है।
आईएएस अफसर वर्षा जोशी को एक महिला ने टैग करते हुए ट्वीट किया। ट्वीट यूजर स्वाती नाम की महिला ने लिखा- ''गुड मॉर्निंग मैम, यहां ये आना-जाना काफी मुश्किल हो रहा है। यहां चौराहे पर कुछ स्थानीय लोग हुक्का और कार्ड खलते हुए कमेंट पास करते हैं। मैंने इसके बारे में पहले भी शिकायत की थी लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया। आपसे निवेदन है कि प्लीज इसकी ओर ध्यान दें।''
आईएएस अफसर वर्षा जोशी ने इसी ट्वीट का रिप्लाई करते हुए लिखा, देखो ये कभी ना खत्म होने वाली समस्या है। हालांकि ये पुलिस का काम है और वो इस मामले को देखेगी। लेकिन उत्तर भारत में 24 घंटे महिलाओं को इस तरह के चैलेंज फेस करने पड़ते हैं। मैं हर दिन ऑफिस में इस तरह की समस्या को झेलती हूं। अपने ऑफिस में ही मेरे साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। माहौल को खराब किया जाता है। मैं यहां असुरक्षित महसूस करती हूं। इन आदमियों को यह भी नहीं पता होता कि ये क्या कर रहे हैं। बताओ इस समस्या का क्या समाधान निकाला जाए?
इसके बाद ट्विटर पर लोग दिल्ली में महिला सुरक्षा की स्थिति पर सवाल उठाने लगे। एक यूजर ने लिखा, पीएम मोदी जी, आप बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओं का नारा देते हैं, लेकिन आप बेटी को तो तब पढ़ाओगे ना जब वह बचेगी।
एक यूजर महिला ने लिखा है, मर्दो की सोच कभी नहीं बदल सकती और इस सोच से महिलाओं को होने वाली परेशानियों के लिए कोई कानून भी नहीं है।
एक यूजर ने लिखा, मुझे यह समझ में नहीं आता है कि अगर ऐसा मामले को सुलझाया क्यों नहीं जाता। सिर्फ उत्तर भारत ही नहीं बल्कि देश के हर कोने में महिलाएं ऐसी समस्याओं का सामना कर रही हैं।
आईएएस वर्षा जोशी 1995 बैच की अफसर हैं। वर्षा जोशी दिसंबर 2018 से उत्तरी दिल्ली निगम की आयुक्त हैं। वह उत्तरी दिल्ली निगम में पहली महिला आयुक्त भी हैं। दरअसल, पिछले दिनों जब वह खाना खा रही थीं, एक पार्षद उनके दफ्तर में घुस गए थे।