भारत सरकार द्वारा संशोधित नागरिकता कानून लागू किए जाने के बाद देशभर में मचे हंगामे की आंच में पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने सियासी रोटी सेंकने की कोशिश की लेकिन यूजर्स ने उनका स्वाद किरकिरा कर दिया। इमरान खान अपने ट्वीट पर खासे ट्रोल हो रहे हैं।
इमरान खान अपने ट्वीट में लेखक खुशवंत सिंह की एक किताब के एक अंश की तस्वीर साझा की है जिसमें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) को निशाना बनाया गया था।
इमरान खान ने ट्वीट में लिखा, ''खुशवंत सिंह की भविष्यवाणी: उन्होंने देखा कि नस्लीय भेदभाव की विचारधारा के साथ भारत किस रास्ते से गया है।''
इमरान खान द्वारा साझा किए गए किताब के अंश का हिंदी में अनुवाद कुछ इस प्रकार है- ''हर फांसीवादी शासन को फलने-फूलने के लिए ऐसे समुदायों और समूहों की जरूरत होती है जिन्हें वह बुरा बता सके। यह एक या दो समूह के साथ शुरू होता है लेकिन यह कभी खत्म नहीं होता है। नफरत के लिए खड़ा किया गया आंदोलन केवल लगातर डर और कलह का माहौल बनाकर जिंदा रखा जा सकता है। हम से जो लोग आज सुरक्षित महसूस करते हैं क्योंकि हम मुस्लिम और ईसाई नहीं हैं जो बेवकूफ के स्वर्ग में रहते हैं।
संघ पहले से वामपंथी इतिहासकारों और पाश्चात्य शैली वाले युवाओं को निशाना बना रहा है। कल यह अपनी नफरत स्कर्ट पहनने वाली महिलाओं, मीट खाने वाले लोगों, शराब पीने वालों, विदेश फिल्में देखने वालों, मंदिरों में सालाना तीर्थ यात्राओं पर नहीं जाने वालों, दंत मंजन की जगह टूथपेस्ट इस्तेमाल करने वालों, वैद्य की जगह एलोपैथिक डॉक्टरों को तरजीह देने वालों, 'जय श्रीराम...' चिल्लाने की जगह चुंबन और हाथ मिलाकर स्वागत करने वालों पर दिखाएगा। कोई सुरक्षित नहीं है। हमें यह जरूर समझना चाहिए अगर हम भारत को जिंदा रखने की उम्मीद करते हैं।''
- खुशवंत सिंह की किताब 'द एंड ऑफ इंडिया (2003 में प्रकाशित) का एक अंश फिर से साझा कर रहा हूं।
इमरान खान के इस ट्वीट पर एक यूजर ने लिखा, ''जिन्ना ने लिखा था अगर पाकिस्तानी अपना देश नहीं चला पाए तो उस पर अधिकार केवल भारत का होगा।''