उत्तर प्रदेश में उन्नाव में मुआवजे को लेकर किसानों और यूपी पुलिस के संघर्ष बीच की कई तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। जिसमें से एक युवक पर सबकी नजर गई, जब यूपी पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करते वक्त वह वहां बेसुध लेटा हुआ था। इस घटना के वीडियो को कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित कई लोगों ने शेयर किया था। उन लोगों का आरोप था कि यूपी पुलिस ने इस शख्स को मार-मार कर अधमरा कर दिया है। लेकिन इस घटना का पूरा वीडियो अब सामने आया है। इस वीडियो में दिख रहा है कि जिस शख्स को लोग अधमरा बता रहे थे वो नाटक कर रहा था।
वीडियो को बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है। वीडियो को शेयर कर उन्होंने लिखा, ''उन्नाव की घटना में आधा अधूरा वीडियो चला कर कुछ उत्साही चैनलों ने इस नौजवान को पुलिसवालों की लाठी से अधमरा तो, कुछ ने मरा बताया दिया था, आप पूरा वीडियो देखिए !!''
बता दें कि इस घटना का वीडियो प्रियंका गांधी ने शेयर तो किया था लेकिन कुछ घंटों बाद डिलीट कर दिया था। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने प्रियंका गांधी के डिलीट किए ट्वीट को भी शेयर किया है।
तस्वीर शेयर कर शलभ मणि त्रिपाठी ने लिखा, एक तरफ प्रियंका गांधी का कथित अधमरा भागा, दूसरी तरफ एसी कमरों में बैठ ट्विटर के सहारे सियासत करने वाले ट्वीट डीलिट करके भागे, सुना था झूठ के पाँव नहीं होते, पर प्रियंका के झूठ के भागते हुए पाँव सबको दिख रहे, जय हो झूठों के सरदार, सुप्रीम कोर्ट में माफी माँग के भी ना सुधरे।
जानें उन्नाव के किसानों का क्या मामला है?
उन्नाव में मुआवजे को लेकर किसानों और पुलिस के बीच शनिवार को भिड़ंत हो गई थी। किसानों की मांग है कि 1144 एकड़ जमीन के अधिग्रहण से पहले मुआवजे के तमाम मुद्दे का फैसला किया जाए। जिसके लिए सरकार के खिलाफ किसान कई दिनों से विरोध पदर्शन कर रहे हैं।
किसानों का आरोप है कि साल 2005 में बिना किसी समझौते के जमीन का अधिग्रहण हुआ था, जिसका मुआवजा अब तक नहीं मिला। किसान चाहते हैं कि इसपर फैसला हो। पुलिस ने इस मामले में 30 नामजद लोगों के लिए एफआईआर दर्ज की है। इसके साथ ही 200 से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ केस किया गया।