एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करते हुए इस विधेयक की प्रति फाड़ दी। जिसकी सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हुई। इसके अलावा भी नागरिकता संशोधन बिल पर असदुद्दीन ओवैसी अपने किए ट्वीट को लेकर चर्चा में रहे। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ''आधी रात के वक्त जब दुनिया सो रही थी, भारत की स्वतंत्रता, समानता, भाईचारावाद और न्याय के आदर्शों के साथ धोखा किया गया। मैंने इसके खिलाफ कड़ा संघर्ष किया और मैं हर भारतीय से वादा करता हूं कि यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। निराशा को अपने करीब मत आने दीजिए। निडर और मजबूत रहें।'' इस ट्वीट पर हजारों लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है और लोगों ने इस ट्वीट को शेयर किया है।
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नागरिकता संशोधन बिल सोमवार (9 दिसंबर) को लोकसभा में पेश हुआ और विधेयक के पक्ष में 311 मत, जबकि विरोध में 80 मत पड़े।
सोमवार को विधेयक पर चर्चा में भाग लेते हुए ओवैसी ने आरोप लगाया कि यह सरकार मुसलमानों के ‘राष्ट्रविहीन’ बनाने की साजिश कर रही है। उन्होंने यह दावा भी किया कि यह विधेयक एक बार फिर से देश के बंटवारे का रास्ता तैयार करेगा।
ओवैसी यह आरोप लगाया कि यह विधेयक संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। उन्होंने यह भी कहा कि महात्मा गांधी ने नागरिकता कार्ड को फाड़ा था और मैं आज इस विधेयक को फाड़ता हूं। इसके बाद उन्होंने विधेयक की प्रति फाड़ दी। इस पर कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ओवैसी वरिष्ठ सदस्य हैं और उन्होंने जो किया है वो सदन का अपमान है। भाजपा सदस्य पीपी चौधरी ने कहा कि ओवैसी ने संसद का अपमान किया है।