नई दिल्ली, 12 जून: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक सम्मेलन के दौरान अपने बयान को लेकर एक बार फिर ट्रोल हो गए। दरअसल, उन्होंने सोमवार को बताया कि कोका-कोला के मालिक पहले शिकंजी बेचा करते थे। वहीं मॅक्डोनॉल्ड के संस्थापक को उन्होंने 'ढाबे वाला' करार दिया। राहुल गांधी के इस बयान को लेकर उनका जमकर मजाक उड़ाया जा रहा है। सोशल मीडिया पर हैशटैग अकोडिंग टू राहुल गांधी के साथ लोग तरह तरह के फोटो और वीडियो शेयर कर रहे हैं।
आइए देखते है कुछ मजेदार सोशल मीडिया रिएक्शन-
जानें कब शुरू हुई कोका कोला कंपनीकोका कोला कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक अटलांटा में 8 मई 1886 को एक फार्मासिस्ट डॉ. जॉन पेम्बर्टन ने इस पेय पदार्थ की शुरुआत की थी। उस समय इसकी शुरुआत एक खास सीरप के रूप में की गई थी, जिसमें कार्बोनेटेड वाटर मिला होता था। इसका स्वाद थोड़ा अलग था तो धीमें धीमें इसकी लोकप्रियता बढ़ने लगी। पहले लोग इसे सोडा फाउंटेन ड्रिंक के तौर पर लेते थे। दरअसल यह एक ऐसा सिरप था, जिसमें एल्कोहल नहीं था। जैकब फार्मेसी में टेस्टिंग के बाद इस पेय पदार्थ को मंजूरी मिली। कुछ समय बाद डॉ. पेम्बर्टन के साथी फ्रैंक एम रॉबिन्सन ने इस कंपनी को कोका कोला नाम दिया।
शुरू के दिनों नें लोग इसके बारे में ज्यादा जानते नहीं थे इस कारण से इसके विज्ञापन भी अटलांटा जर्नल में प्रकाशित किए गए। इसके शुरुआती दिनों में महज 9 ड्रिंक की हर रोज इसकी बिक पाती थीं। लेकिन धीमें धीमें इसका स्वाद लोगों तक पहुंचा और आज दुनिया भर में यह 1.9 बिलियन ड्रिंक बेचती है। कोका-कोला शुरू होने के तीन साल के अंदर अटलांटा के कारोबारी असा ग्रिग्स सैंडलर की नजर पड़ी तो उन्होंने इसके चमकीले भविष्य का अनुमान लगा लिया। फिर उन्होंने 2,300 डॉलर में कोका कोला बिजनेस के अधिकार हासिल कर लिए। कंपनी का मालिक बनने के बाद सैंडलर ने एक बिजनेस मॉडल स्थापित किया, जिससे कोका-कोला एक ब्रांड बन गया।