उत्तर प्रदेश के मेरठ में शनिवार को राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के महापंचायत में एक पत्रकार रक्षित सिंह ने अपने संस्थान से इस्तीफे की घोषणा कर दी। रक्षित सिंह एबीपी न्यूज से बतौर पत्रकार इस महापंचायत को कवर करने पहुंचे थे। हालांकि, उनके इस्तीफे ने सभी को चौंका दिया।
रक्षित सिंह का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वे ये कहते नजर आते हैं कि उन्हें सच दिखाने की इजाजत नहीं दी जाती है। उन्होंने कहा, मैं ये नौकरी नहीं चाहता। मैं ये काम करना चाहता था क्योंकि मुझे सच बोलना था। अब मुझे ये काम नहीं करने दिया जा रहा है।' आप पहले रक्षित के इस्तीफे की घोषणा वाला वीडियो देखिए।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार रक्षित सिंह ने अखबार को बताया कि वे इस रैली को कवर करने आए थे और इसी दौरान उन्होंने इस्तीफे की घोषणा का फैसला कर लिया। उन्होंने कहा, 'पिछले तीन महीने से काफी कुछ हो रहा है। अगर सरकार की थोड़ी भी आलोचना करने वाली कोई स्टोरी आगे नहीं दिखाई जा रही है तो ऐसा सोचने के लिए बतौर पत्रकार कोई भी मजबूर हो सकता है।'
बहरहाल, रक्षित ने अपने इस्तीफे की घोषणा के बाद तीन और वीडियो भी ट्वीट किए। उन्होंने कहा कि आज ऐसा समय आ गया जब कई बार विभिन्न मीडिया संस्थानों के पत्रकारों को फील्ड पर अपनी आईडी हटानी पड़ती है। उन्होंने कहा कि कई बार लोग चैनलों के खिलाफ नारे लगाते हैं और वे अब इसे नहीं झेल सकते।
उन्होंने साथ ही कहा कि उनका कोई इरादा राजनीति या कुछ और करने का नहीं है और वे रिपोर्टिंग का अपना काम जारी रखेंगे।
इस बीच एबीपी नेटवर्क के एक प्रवक्ता ने कहा, 'हम एबीपी में नौतिक पत्रकारिता के लिए कड़ी नीतियों में विश्वास रखते हैं। हमारे रिपोर्टर निष्पक्षता, स्वतंत्रता, पत्रकारिता और संपादकीय सिद्धांत का पालन करते हैं। तथ्य आधारित रिपोर्टिंग हमेशा हमारी संपादकीय नीति का केंद्र रही है। हम ये देखकर हैरान और दुखी है कि हमारे एक रिपोर्टर ने हमारे ब्रांड का दुरुपयोग किया और अपने उद्येश्यों के लिए गलत टिप्पणी और बयान दिए हैं।'