लाइव न्यूज़ :

Political Nautanki #11: समलैंगिकता पर किसने राजनीतिक नौटंकी की?

By आदित्य द्विवेदी | Updated: September 7, 2018 20:50 IST

Open in App
6  सितंबर 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऐतिहासिक फैसले में इस घुटन को ऑक्सीजन दिया है। सुप्रीम कोर्ट में पांच जजों की संविधान पीठ ने आईपीसी की धारा-377 के उस प्रावधान को रद्द कर दिया जिसमें समलैंगिक संबंध को अपराध माना था। सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले के बाद सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक इंद्रधनुषी रंग बिखर गए। एलजीबीटी समुदाय ने जमकर जश्न मनाया। लेकिन इस ऐतिहासिक फैसले में हमारी सरकार, कथित सांस्कृतिक संगठन और बड़बोले राजनेता कहां खड़े हैं? इसी का पोस्टमार्टम करने के लिए आइए शुरू करते हैं आज का पॉलिटिकल नौटंकी....
टॅग्स :आईपीसी धारा-377राजनीतिक किस्से
Open in App

संबंधित खबरें

विश्वरोबोट मंत्री : नेताओं पर विस्थापन का संकट !

पूजा पाठथाईलैंड की राजनीति में उथल-पुथल: महाराज प्रसून कुलश्रेष्ठ की ज्योतिषीय भविष्यवाणी हुई सच?

भारतधर्म-समाज की बढ़ती राजनीतिक ठेकेदारी

भारतहेमधर शर्मा का ब्लॉग: विपरीत मौसम और कठोर परिश्रम के बाद ही आता है वसंत

भारतविश्वनाथ सचदेव का ब्लॉग: आपराधिक तत्वों को राजनीति से रखें दूर

राजनीति अधिक खबरें

राजनीतिDUSU Election 2025: आर्यन मान को हरियाणा-दिल्ली की खाप पंचायतों ने दिया समर्थन

राजनीतिबिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से मिलीं पाखी हेगड़े, भाजपा में शामिल होने की अटकलें

राजनीतिBihar voter revision: वोटरों की सही स्थिति का पता चलेगा, SIR को लेकर रूपेश पाण्डेय ने कहा

राजनीतिबिहार विधानसभा चुनावः बगहा सीट पर बीजेपी की हैट्रिक लगाएंगे रुपेश पाण्डेय?

राजनीतिगोवा विधानसभा बजट सत्रः 304 करोड़ की 'बिना टेंडर' परियोजनाओं पर बवाल, विपक्ष का हंगामा