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तो इस वजह से चुनाव हारीं अलका लाम्बा

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 11, 2020 06:17 PM2020-02-11T18:17:19+5:302020-02-11T18:17:48+5:30

चांदनी चौक से कांग्रेस उम्मीदवार अलका लांम्बा ने भारी मन से कहा कि वो चुनाव नतीजों को स्वीकार करती है .लेकिन वो इसे हार नहीं मानती . तो कौन है अलका लाम्बा की हार का जिम्मेदार ..कम से कम उनके पास एक सॉलिड वजह है गिनाने के लिए..अलका लाम्बा के अपनी हार के लिए हिंदू मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण को जिम्मेदार मानती है.

अलका लाम्बा ने अपनी सीट गवांने पर अपनी पार्टी को एक प्रेरणादायी संदेश दिया..संदेश में कहा कि कांग्रेस को अब नये चेहरों के साथ नई लड़ाई और दिल्ली की जनता के लिए एक लंबे संघर्ष के तैयार होना पड़ेगा.

चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के हिसाब से अलका लाम्बा तीसरे नंबर पर हैं.अलका लाम्बा को बीजेपी उम्मीदवार सुमन गुप्ता को से कम वोट मिले हैं.

अलका लाम्बा इसी चांदनी चौक विधानसभा से 2015 में आम चुनाव जीती थी तब वो आम आदमी पार्टी में थी. पिछले साल केजरीवाल से अनबन होने के कारण पार्टी से बाहर हो गयी.

वोटिंग के दिन ही अलका लाम्बा ने एक आम आदमी कार्यकर्ता को थप्पड़ रसीद कर दिया था जो उनके बेटे के बारे में कमेंट कर रहा था..रूझानों के मुताबिक आम आदमी पार्टी को 58 सीटों पर बढ़त है और 5 सीटें जीत चुकी है..और बीजेपी 3 से बढ़कर 7 सीटों पर आगे चल रही है.

सिर्फ चांदनी चौक ही नहीं पूरी दिल्ली विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की बुरी गत के लिए दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा पूरी जिम्मेदारी लेते है.कुछ नेता कांग्रेस पार्टी में गुटबाज़ी की बात कर रहे हैं लेकिन सुभाष चोपड़ा ने भी फेस सेविंग के लिए अलका लाम्बा वाली लाइन पकड़ ली कहते हैं कि आम आदमी पार्टी और बीजेपी ने वोट पोलराइज़ करा दिए और हम हार गये.

 


 

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