उत्तर प्रदेश के 2022 विधानसभा चुनाव को कांग्रेस पार्टी ने प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। अपने दिग्गज नेताओं और संसाधनों का रुख यूपी की तरफ मोड़ दिया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पहले से ही डंटी हुई हैं। कांग्रेस ने आगामी चुनाव के लिए सात समितियां बनाई हैं। हालांकि इन समितियों के गठन के साथ ही पार्टी की अंदरूनी खींचतान भी सतह पर आती दिखाई दे रही है। इन समितियों में सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने वाले असंतुष्ट नेताओं को जगह नहीं दी गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद और राज बब्बर को जगह नहीं दिया जाना इसका साफ सबूत है।