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जानें कारगिल वॉर के 20 साल बाद क्यों पड़ी CDS की जरूरत, देखें वीडियो

By स्वाति सिंह | Published: December 31, 2019 08:19 PM2019-12-31T20:19:26+5:302019-12-31T20:19:26+5:30

तीनों सेनाओं थल सेना, वायु सेना और भारतीय नौसेना के बीच बेहतर तालमेल के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ  (CDS) का गठन किया गया है।  सीडीएस तीनों सेनाओं का प्रमुख होगा और एक 4 स्टार सैन्य अधिकारी होगा। सीडीएस सैन्य सुरक्षा मामले पर रक्षा मंत्री के मुख्य सलाहकार होंगे, जिनकी सैलरी तीनों सेना प्रमुख के बराबर ही होगी। साथ सीडीएस पद से रिटायर होने के बाद कोई सरकारी पद नहीं ले सकेगा और पांच साल तक बिना सरकार की इजाजत के प्राइवेट कंपनी या कॉरपोरेट में नौकरी नहीं कर पाएंगे।

सीडीएस पद के ऐलान के बाद से यह भी प्रश्न उठ रहे हैं कि किसी एक व्यक्ति को पूरी सेना की कमान सौंपने से उसके दुष्परिणाम भी देखने को मिल सकते हैं। इसको लेकर सरकार ने पहले ही साफ कर दिया कि सीडीएस सीधे तौर से थलसेना, वायुसेना और नौसेना के कमांड और यूनिट्स को कंट्रोल नहीं करेगा। बल्कि उसके अंतर्गत सेना के तीनों अंगों के साझा कमांड और डिवीजन होंगे।

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