बगावत के खिलाफ उद्धव ठाकरे हुए सख्त, किया ऐलान- 'याचना नहीं, अब रण होगा'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 24, 2022 06:18 PM2022-06-24T18:18:46+5:302022-06-24T18:20:53+5:30
बागी विधायकों को मुम्बई बुलाने की, उनके मान-मन्नौवल की कवायद फेल होने के बाद बाद अब उद्धव ठाकरे ने भी धर लिया रौद्र रूप। गरजने लगे हैं बाला साहेब ठाकरे की तरह, बोले अब आ गया है लड़ाई का वक्त, गद्दारों को फ्लोर टेस्ट में करेंगे चारों खाने चित।
ठाकरे ने समर्थकों से कह दिया है खुलेआम, अब होगी आर-पार की लड़ाई, बागियों पर होगी कड़ी कार्रवाई। उद्धव ठाकरे के तेवरों को देखते हुए संजय राउत के भी बदल गये सुर, कल तक मिन्नते कर रहे राउत ने भी भर दी ललकार, बोले अब नहीं होगी बातचीत, फ्लोर टेस्ट में साबित करेंगे बहुमत। लड़ेंगे कानूनी लड़ाई मगर नहीं मानेंगे हार।
जी हां, उद्धव ठाकरे ने जैसे ही 12 बागी विधायकों को विधानसभा से डिस्क्वालिफाइड करने की चिट्ठी उपसभापति को दी। दोनों तरफ जुबानी हमलों की बौछार बढ़ गई है। ठाकरे ने शिंदे पर सीधा हमला करते हुए कहा कि वो शिवसेना के लिए मरने की बात करते थे, आज उसी शिवसेना को तोड़ना चाहते हैं।
शिवसेना के जिला प्रमुखों की बैठक में उद्धव ठाकरे ने शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि मैंने अपने पास से दो विभाग शिंदे को दिए। क्या नहीं दिया शिंदे को, आखिर कौन सी कमी रह गई थी, जिसे पूरा करने के लिए वो आज विरोधियों के इशारे पर बगावत कर रहे हैं।
उद्धव ठाकरे ने पार्टी नेताओं से भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि जिस पार्टी ने उनका वजूद खड़ा किया, आज उसी पार्टी को तोड़ रहे हैं। जिस पार्टी ने उन्हें फर्श से उठाकर अर्श पर बैठाया, उसी पार्टी को मटियामेट करना चाहते हैं। आखिर किसने भरे उनके कान, मेरे सामने आकर बात करें।
उन्होंने कहा कि क्या चाहते हैं, पार्टी उनकी तरह गुलाम बन जाए। ये बाला साहेब ठाकरे की पार्टी है। हमने हमेशा सच को सच और झूठ को झूठ कहा है। ठाकरे परिवार न किसी से डरा है और न डरेगा। वो मुझे संख्याबल की धमकी दे रहे हैं। मेरे पीठ में खंजर भोंककर वो राजनीति के बड़े खिलाड़ी बन रहे हैं तो वो बहुत बड़ा भ्रम पाल रहे हैं, शिवसेना आज भी वहीं पर है, जहां पर पहले थी।
ठाकरे के इस हमलावर तेवर के साथ ही शिवसेना सांसद संजय राउत ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से मुलाकात की। मुलाकात के बाद राउत ने भी कड़े लहजे में कहा कि एकनाथ शिंदे और उनके साथ जाने वाले विधायकों ने बेहद गलत कदम उठाया है।
संजय राउत ने गुस्से में कहा कि बाला साहेब के शिवसैनिक इतनी आसानी से हार मानने वाले नहीं है, हम इस लड़ाई को सड़क से लेकर सदन तक लड़ेंगे। राज्य की महा विकास अघाड़ी सरकार बचे हुए ढाई साल भी वैसे ही पूरी करेगी जैसे बीते ढाई साल किया। हमने बागियों को वापसी का मौका दिया था लेकिन जब उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी तो अब हम चैलेंज दे रहे हैं वो महाराष्ट्र में आकर अपना बहुमत साबित करके दिखाएं।
इस बीच एक बड़ी खबर गुवाहाटी से भी आ रही है। कथित तौर पर कहा जा रहा है कि बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे मुंबई लौटने की तैयारी कर रहे हैं। इससे पहले शिंदे होटल से कुछ बागी विधायकों के साथ बाहर निकले। बताया जा रहा है कि मुंबई लौटने से पहले शिंदे कामाख्या मंदिर में पूजा-अर्चना करने गये हैं।