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बालासाहब ठाकरे के उत्तराधिकार की लड़ाई में उद्धव ठाकरे की निर्णायक जीत

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 27, 2019 07:25 PM2019-11-27T19:25:22+5:302019-11-27T19:55:48+5:30

Shiv Sena प्रमुख Uddhav Thackeray 28 नवंबर की शाम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। उद्धव को Shiv Sena, NCP और Congress गठबंधन का नेता चुन लिया गया है। शिव सेना संस्थापक Balasaheb Thackeray के छोटे बेटे उद्धव ठाकरे अपने परिवार के पहले सदस्य हैं जो राज्य के मुख्यमंत्री की गद्दी संभालेगा। इससे पहले शिव सेना नेता मनोहर जोशी और नारायण राणे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। बालासाहब ठाकरे ख़ुद कभी मुख्यमंत्री नहीं बने। महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव 2019 में राज्य की कुल 288 सीटों में से बीजेपी को 105, शिव सेना को 56, Sharad Pawar की NCP (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) को 54 और कांग्रेस को 44 सीटों पर जीत मिली थी। अन्य दलों को 29 सीटों पर जीत मिली। नाटकीय घटनाक्रम में 23 नवंबर को बीजेपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम Devendra Fadnavis ने राज्य के सीएम और एनसीपी नेता Ajit Pawar ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। विपक्षी दलों ने राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के फड़नवीस और अजित पवार को शपथ दिलाने के ख़िलाफ़ Supreme Court में याचिका दायर की। सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी को 27 नवंबर को विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए कहा। सर्वोच्च अदालत के फैसले के बाद पहले अजित पवार ने और उसके कुछ देर बार फड़नवीस ने अपने-अपने पद से इस्तीफा दे दिया। राज्यपाल लेकिन दोनों को तीन दिन के भीतर पद से इस्तीफा देना पड़ा। 26 नवंबर को एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना ने उद्धव ठाकरे को गठबंधन का नेता चुना और रात को ही उद्धव ने राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के सामने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया। राज्यपाल ने उद्धव ठाकरे का दावा स्वीकार करते हुए उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया। 28 नवंबर शाम 6 बजे शपथ लेने के बाद उद्धव ठाकरे को सदन में अपना बहुमत साबित करना होगा।

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