एससी/एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में दो अप्रैल को दलितों ने 'भारत बंद' किया था, जिसके खिलाफ में आज सवर्णों की तरफ से कथित 'भारत बंद' का ऐलान किया गया। यह भारत बंद को सोशल मीडिया के जरिए बुलाया गया है और कोई एक संगठन या नेता इसकी अगुवाई नहीं कर रहा है। पिछले दो अप्रैल को हुए भारत बंद के दौरान जमकर हिंसा हुई थी। यह हिंसा एमपी, यूपी राजस्थान समेत कई जगहों पर जमकर हुई थी।