देहरादून: देश में मानसून की शुरुआत के साथ ही बारिश मुसीबत बनकर लोगों पर बसर रही है। देवभूमि उत्तराखंड में इस समय चारधाम यात्रा चल रही है और भारी बारिश के कारण राज्य में स्थिति खतरनाक हो गई है।
भारतीय मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। रविवार को उत्तराखंड में भारी बारिश के बीच भूस्खलन से कई रास्ते बंद हो गए। बारिश से संबंधित घटना के कारण राज्य में दो लोगों की मौत हो गई।
इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थिति की समीक्षा करने के लिए यहां आपदा नियंत्रण कक्ष का दौरा किया और चार धाम तीर्थयात्रियों को मौसम की जानकारी लेने के बाद ही अपनी यात्रा पर आगे बढ़ने की सलाह दी।
सीएम धामी ने कहा, "मैं श्रद्धालुओं से अपील करता हूं कि अगर मौसम खराब हो तो उन्हें अपनी यात्रा रोक देनी चाहिए और मौसम विभाग के पूर्वानुमान का पालन करना चाहिए।"
गौरतलब है कि उत्तराखंड मौसम विभाग ने आज के लिए राज्य के नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ, बागेश्वर, देहरादून, टिहरी और पौडी जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जानकारी के अनुसार, लगातार बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, जिससे कई सड़कें अवरुद्ध हो गईं, जबकि गंगा सहित कई नदियों में जल स्तर बढ़ गया है।
रुद्रप्रयाग जिले में भूस्खलन के बाद एक वाहन के मलबे में फंस जाने से 50 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक की पहचान अनिल बिष्ट के रूप में हुई। अधिकारी ने बताया कि दो अन्य वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए।
एक अन्य घटना में, उत्तरकाशी जिले की पुरोला तहसील के कंडियाल गांव में एक खेत में रोपाई करते समय एक युवक की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। मृतक की पहचान अभिषेक (20) के रूप में हुई है।
वहीं, रुद्रप्रयाग के डीएम ने रुद्रप्रयाग में भारी बारिश के कारण जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर केदारनाथ यात्रा अगले आदेश तक स्थगित कर दी है।
रुद्रप्रयाग पुलिस ने ट्वीट कर जानकारी दी कि केदारनाथ धाम यात्रा के सफल संचालन के लिए, हमारी पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, डीडीआरएफ, होम गार्ड और पीआरडी जवान आने वाले तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए तैनात हैं। आज भारी बारिश के बीच, हमारे जवानों ने तीर्थयात्रियों को संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षित सड़क पार कराई गई है।
रुद्रप्रयाग पुलिस उत्तराखंड की अपील- रुद्रप्रयाग जिले के निचले कस्बों जैसे फाटा, गुप्तकाशी, अगस्त्यमुनि, तिलवाड़ा, रुद्रप्रयाग आदि में पुलिस ने आने वाले यात्रियों से सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है जहां वे वर्तमान में हैं।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को अधिक बारिश वाले जिलों के साथ निरंतर संचार और समन्वय बनाए रखने का निर्देश दिया ताकि आपात स्थिति से समय पर निपटा जा सके। उन्होंने जिलों के अधिकारियों को अलर्ट पर रहने और किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पुलिस, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने को भी कहा।
मुख्यमंत्री ने नदी-नालों के किनारे रहने वाले लोगों को अतिरिक्त सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने अधिकारियों से रैन बसेरों में पर्याप्त व्यवस्था करने को भी कहा ताकि भारी बारिश के कारण अपना घर छोड़ने वाले लोगों को असुविधा न हो।