Uttarkashi Tunnel Rescue: जल्द टनल के कैद से आजाद होंगी 41 जिंदगियां, 17वें दिन वर्टिकल ड्रिलिंग काम 51.5 मीटर तक पूरा
By अंजली चौहान | Published: November 28, 2023 09:39 AM2023-11-28T09:39:34+5:302023-11-28T09:41:03+5:30
उत्तरकाशी सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिकों को भोजन और दवाएं उपलब्ध कराई जा रही थीं, जिसका एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था। अधिकारियों के अनुसार, सुरंग के अंदर फंसे सभी श्रमिक स्थिर और सुरक्षित थे।
Uttarkashi Tunnel Rescue: उत्तराखंड के उत्तरकाशी के सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बचाने का काम युद्ध स्तर पर जारी है। रेस्क्यू ऑपरेशन के 17वें दिन भी मैनुअल ड्रिलिंग का काम जारी है और लगभग 51.5 मीटर तक ड्रिलिंग का काम पूरा कर लिया गया है। अभियान अधिकारियों का कहना है कि यह बड़ी सफलता है और जल्द मजदूरों तक पहुंचा जा सकेगा।
माइक्रो टनलिंग विशेषज्ञ क्रिस कूपर ने मंगलवार सुबह कहा कि अब तक 3 मीटर मैनुअल ड्रिलिंग की जा चुकी है और कुल मिलाकर लगभग 51.5 मीटर ड्रिलिंग का काम पूरा हो चुका है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, सुरंग के मुहाने से लगभग 57 मीटर ड्रिलिंग का काम पूरा हो चुका है।
वहीं, फंसे हुए श्रमिकों तक पहुंचने के लिए सुरंग के अंदर एक पाइप बिछाने का कुल काम किया जाना है। क्रिस कूपर का कहना है कि यह बहुत अच्छा हुआ। हम 50 मीटर पार कर चुके हैं। अब लगभग 5-6 मीटर जाना बाकी है। कल रात हमारे सामने कोई बाधा नहीं थी। यह बहुत सकारात्मक लग रहा है।
इससे पहले बचाव दल ने पाइप बिछाने के लिए ऑगर मशीन का उपयोग करके लगभग 47 मीटर ड्रिलिंग कार्य पूरा कर लिया था। इससे पहले सोमवार को ऑगर मशीन के मलबे में फंस जाने के कारण ड्रिलिंग कार्य रोक दिया गया, जिसे बाद में प्लाज्मा कटर का उपयोग करके काटकर निकाला गया। रैट-होल खनिक मैन्युअल ड्रिलिंग का काम कर रहे हैं।
सोमवार को वर्टिकल ड्रिलिंग के जरिए 36 मीटर तक ड्रिलिंग कर ली गई थी जो कि पहाड़ के ऊपर की गई। इस बीच, अधिकारियों ने जानकारी दी कि सुरंग में फंसे सभी 41 मजदूर सुरक्षित है और उनकी हालत स्थिर है।