उत्तराखंड के भाजपा सांसदों को केंद्रीय नेतृत्व से मिलेगा गुरुमंत्र, 25 जुलाई को नई दिल्ली में होगी बैठक
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 23, 2023 07:33 PM2023-07-23T19:33:05+5:302023-07-23T19:35:04+5:30
प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने देहरादून में मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि इस बैठक में विभिन्न सांगठनिक विषयों में उनकी प्रभावी भूमिका को लेकर मंत्रणा की जाएगी। इसमें हाल में संपन्न महाजनसंपर्क अभियान में उनकी सक्रियता एवं वे तमाम विषय भी शामिल होंगे जिन्हें सांसदों के माध्यम से अमल मे लाया जाना है।
देहरादून: साल 2024 को लोकसभा चुनावों को लेकर बीजेपी अभी से मिशन मोड में आ गई है। इसी क्रम में उत्तराखंड से निर्वाचित भारतीय जनता पार्टी(भाजपा)के सांसदों की केंद्रीय नेतृत्व के साथ 25 जुलाई को नई दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक होगी। एक पार्टी पदाधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने देहरादून में मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि इस बैठक में विभिन्न सांगठनिक विषयों में उनकी प्रभावी भूमिका को लेकर मंत्रणा की जाएगी। इसमें हाल में संपन्न महाजनसंपर्क अभियान में उनकी सक्रियता एवं वे तमाम विषय भी शामिल होंगे जिन्हें सांसदों के माध्यम से अमल मे लाया जाना है।
उन्होंने बताया कि बैठक में सांसदों से जनता से आए फीडबैक और उसके आधार पर क्षेत्र में संचालित होने वाले आगामी कार्यक्रमों को लेकर भी राय मशविरा किया जाएगा। साथ ही आगामी कार्यक्रमों में सांसदों की अधिक से अधिक भूमिका सुनिश्चित करने एवं गांवों में प्रवास कार्यक्रमों को लेकर भी आगे की योजना तैयार की जाएगी।
चौहान ने बताया कि पार्टी सितंबर-अक्टूबर में सांसदों के नेतृत्व में प्रदेश में दो माह का सघन अभियान चलाने जा रही है। उन्होंने बताया कि बूथ स्तर पर आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम की रूपरेखा भी सभी सांसदों से विचार विमर्श कर बैठक में तैयार की जाएगी। चौहान ने बताया कि इन तमाम कार्यक्रमों के माध्यम से पार्टी का प्रयास होगा कि संबंधित संसदीय क्षेत्रों में केंद्र एवं राज्य सरकार के लिए कार्यों और स्थानीय सांसद की उपलब्धि को भी जनता के मध्य पहुंचाया जाए।
उन्होंने बताया कि बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, प्रदेश महामंत्री अजेय सहित राज्य से निर्वाचित पार्टी के सभी लोकसभा एवं राज्यसभा सदस्य उपस्थित रहेंगे। बता दें कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लेकर उत्तराखंड उन राज्यों में है जहां ये सबसे पहले लागू किया जा सकता है। मुस्लिम पसमांदा समुदाय से बीजेपी लगातार जुड़ना चाहती है। भाजपा मुसलमान समुदाय में सबसे ज्यादा आबादी वाले पसमांदा समुदाय के बीच अपनी पहुंच बढ़ाना चाहती है। केंद्रीय नेतृत्व के साथ बैठक में उत्तराखंड से निर्वाचित सांसदों को इस संबंध में भी सलाह दी जा सकती है।
(इनपुट- एजेंसी)