Ghosi Bypoll Results 2023: सीएम योगी, अनुप्रिया, संजय निषाद, राजभर और एक दर्जन मंत्री पर भारी पड़े सपा प्रमुख अखिलेश और शिवपाल, घोसी में हारे चौहान, सुधाकर सिंह नए विधायक!
By राजेंद्र कुमार | Published: September 8, 2023 05:31 PM2023-09-08T17:31:16+5:302023-09-08T17:32:29+5:30
Ghosi Bypoll Results 2023: सपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य का कहना है कि घोसी की जनता ने इस बार फिर सपा का साथ दिया है और सपा छोड़कर गए दारा सिंह चौहान को क्षेत्र की जनता का अपमान करने का सबक सिखाया है.
लखनऊः उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की धार्मिक छवि का जादू जनता पर नहीं चला. परिणाम स्वरूप इस सीट से चुनाव लड़ने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान चुनाव हार गए. उन्हें समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सुधाकर सिंह ने चुनाव हार दिया है.
समाजवादी पार्टी (सपा) ने सुधाकर सिंह की जीत को इंडिया गठबंधन की जीत बताया है. सपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य का कहना है कि घोसी की जनता ने इस बार फिर सपा का साथ दिया है और सपा छोड़कर गए दारा सिंह चौहान को क्षेत्र की जनता का अपमान करने का सबक सिखाया है.
Ghosi Bye Election Result: Samajwadi Party (SP) president Akhilesh Yadav tweets, "Congratulations to SP candidate Sudhakar Singh and people of Ghosi..."#UttarPradeshpic.twitter.com/F4pSBr3nHw
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 8, 2023
असरहीन साबित हुए योगी, उनके मंत्री और सहयोगी दल:
यूपी की घोसी विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव पर सबकी निगाहें जमी थी. इस सीट पर भाजपा और सपा के लिए नाक की लड़ाई हो रही थी. यहाँ चुनाव प्रचार में एक तरफ सीएम योगी आदित्यनाथ तो दूसरी तरफ सपा के मुखिया अखिलेश यादव मैदान में उतरे हुए थे. बीते विधानसभा चुनावों में घोसी सीट से सपा के टिकट पर पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान चुनाव जीते थे.
#WATCH | Uttar Pradesh: Samajwadi Party workers celebrate in Lucknow as party's candidate leads in Ghosi by-election pic.twitter.com/woo5LwSyNX
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 8, 2023
एक बार सांसद और कई बार विधायक रहे दारा सिंह दो माह पूर्व सपा से नाता तोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे. जिसके बाद उन्हे घोसी उपचुनाव में भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाकर चुनाव मैदान में उतारा, ताकि चुनाव जीतने के बाद उन्हे योगी सरकार में मंत्री बनाया जा सके.
उन्हें चुनाव जिताने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा के तमाम नेताओं ने क्षेत्र में धुआंधार प्रचार किया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ए यहां चुनावी सभा को संबोधित किया. योगी सरकार के एक दर्जन से अधिक मंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने घोसी में कैंप कर दारा सिंह चौहान को जिताने की अपील जनता से की.
#WATCH | Lucknow, UP: As Samajwadi Party candidate leads in Ghosi by-election, SP leader Shivpal Singh Yadav says, " Akhilesh Yadav zindabad, Samajwadi Party zindabad" pic.twitter.com/wQufRrpsQP
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 8, 2023
मोदी सरकार में शामिल अपना दल (एस) की मुखिया अनुप्रिया पटेल तथा योगी सरकार में मंत्री निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद और एनडीए में शामिल (सुभासपा) सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओपी राजभर ने भी अपने समाज का वोट दारा सिंह चौहान को दिलाने के लिए घोसी के गांव-गांव गए. लेकिन क्षेत्र के लोगों ने भाजपा और उसके सहयोगी दलों की अपील पर ध्यान नहीं दिया और दारा सिंह चौहान चुनाव हार गए.
घोसी के चुनावी संघर्ष के कई संदेश:
दारा सिंह चौहान की चुनावी हार को इंडिया गठबंधन की जीत बताया जा रहा है. कहा जा रहा है कि घोसी में इस बार का चुनाव एनडीए बनाम विपक्षी गठबंधन इंडिया हो गया था. इसकी एक वजह बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती द्वारा ही गई अपील भी रही. मायावती ने अपने समर्थको से कहा था कि वह वोट डालने मत जाए और अगर जाए तो नोटा का बटन दबाएं.
उनकी इस अपील के बाद यहां का पूरा चुनाव एनडीए बनाम विपक्षी गठबंधन इंडिया हो गया और सपा मुखिया अखिलेश यादव तथा शिवपाल यादव के यहां किए गए चुनाव प्रचार से सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर का दांव धूल धूसरित हो गया.
#WATCH | Lucknow, UP | "Samajwadi Party won Ghosi Vidhan Sabha last time and it will win this time as well, I've been saying this for so long...In the poll results of 11 rounds so far, SP candidate Sudhakar Singh is leading with more than 15,000 votes. The counting for many… pic.twitter.com/UN1vfGQRoS
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 8, 2023
ओपी राजभर घोसी में अखिलेश यादव पर तीखा हमला करते हुए पिछड़ों को साधने में जुटे थे, लेकिन वह अपने मकसद में सफल नहीं हुए और सुधाकर सिंह बड़े अंतर से चुनाव जीत गए. अब यह कहा जा रहा है कि दारा सिंह चौहान की हार योगी आदित्यनाथ सरकार और भाजपा के लिए बड़ा झटका साबित होगी.
आगामी लोकसभा चुनाव अब यूपी में इंडिया बनाम एनडीए गठबंधन की बीच होगा. जिसमें सीधी लड़ाई भाजपा और सपा के बीच होगी. ऐसे में अब भाजपा ही नहीं बसपा को भी अपनी चुनावी रणनीति पर फिर से विचार करना होगा.