यूएई यानी युनाइटेड संयक्त अमीरात के अबू धाबी में हिंदू धर्म की एक विशाल मंदिर का निर्माण किया जाएगा। इस मंदिर की आधारशिला भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। मंदिर की आधारशिला रखते हुए अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम भारत को ग्लोबल बेंच मार्क की बराबरी में लाना चाहते हैं। हम किसी को साथ लेते हुए दुनिया की नई ऊंचाइयों को प्राप्त करना है। तभी सच्चे अर्थों में वसुधैव कुटुंबम जीकर दिखा सकते हैं।
अबू धाबी में पहला हिंदू मंदिर
संयुक्त अरब अमीरात मध्यपूर्व एशिया में स्थित एक मुस्लिम देश है जिसका राष्ट्रीय धर्म इस्लाम और अरबी राष्ट्रीय भाषा है। यहां भारतीय मूल के तीस लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। यहां हिंदू धर्म का पहला मंदिर बनने जा रहा है, जिसका निर्माण 2020 तक पूरा हो जाएगा। बताया जा रहा है कि अबू धाबी में पहला मंदिर होगा जिसका निर्माण किया जाना है।
ये हैं मंदिर की खासियतें
1. यह मंदिर दिल्ली के अक्षरधाम की तर्ज पर बनाई जाएगी।2. दुबई-अबु धाबी राजमार्ग पर बनने वाला यह अबू धाबी का पहला पत्थर से निर्मित मंदिर होगा।3. अबू धाबी में प्रथम हिंदू मंदिर 55000 वर्ग मीटर भूमि पर बनेगा।4. इस मंदिर को भारतीय शिल्पकारों द्वारा निर्मित किया जाएगा। 5. यह मंदिर भगवान स्वामीनारायण को समर्पित है। 6. इस मंदिर में बोचासंन्यासी अक्षर पुरुषोत्तम संस्था द्वारा देखभाल किया जाएगा। 7. इसी संस्था ने राजस्थान से आधारशिला रखने के लिए गुलाबी रंग के संगमरमर मंगाए हैं।8. मंदिर का निर्माण 2020 तक पूरा होगा और सभी धर्मों के लोगों के लिए इसे खोल दिया जाएगा।
यूएई में हिंदूओं के लिए दो मंदिर
यूएई में हिंदुओं के लिए दो मंदिर हैं, जो दुबई में स्थित हैं। अबू धाबी और अन्य अमीरात वासियों को प्रार्थना के लिए दुबई जाना पड़ता है। मंदिर परिसर में एक आगंतुक केंद्र, प्रार्थना कक्ष, प्रदर्शनी केंद्र, अध्ययन क्षेत्र, बच्चों और युवाओं के लिए खेल क्षेत्र, विषयगत उद्यान, पानी की सुविधा, फूड कोर्ट, किताबें और उपहार की दुकान और अन्य सुविधाएं शामिल हैं।