इस देश में एक जैसे कपड़े पहनते हैं महिला-पुरूष, 170 साल पुराना है इसका इतिहास

By मेघना वर्मा | Updated: June 27, 2018 11:47 IST2018-06-27T11:47:21+5:302018-06-27T11:47:21+5:30

विश्व का लगभग 80 प्रतिशत वेनिला मेडागास्कर से आता है।

medagascar is the only country where men women and children wear a lamba cloths | इस देश में एक जैसे कपड़े पहनते हैं महिला-पुरूष, 170 साल पुराना है इसका इतिहास

इस देश में एक जैसे कपड़े पहनते हैं महिला-पुरूष, 170 साल पुराना है इसका इतिहास

देश में लगातार चले आ रहे नये फैशन ट्रेंड्स में आज का युवा तल्लीन होता दिखाई देता है। पहले के जैसे सिर्फ लड़कियां ही नहीं बल्कि लड़के भी शॉपिंग और अपने फैशन को लेकर एक्टिव हो गए हैं। मौकों के हिसाब से कपड़े पहना, खुद पर सूट करने वाली ही ड्रेस लेना आदि आज के समय में कॉमन सी बात है। मगर आज हम आपको एक ऐसे ही देश के बारे में बताने जा रहे हैं जहां का फैशन उनकी सदियों से चली आ रही परंपरा में ही है। इसी के चलते इस देश में लड़का हो या लड़की महिला हो या पुरूष सभी एक जैसे कपड़े में दिखाई देते हैं। जी हां, हम मजाक नहीं कर रहे आज हम आपको एक ऐसे ही देश के बारे में बताने जा रहे हैं जहां की परम्परा ने ही इसे लोगों के सामने बनाएं रखा है। 

अफ्रीका में है मेडागास्कर द्वीप

मेडागास्कर अफ्रीका के दक्षिणी तट के पास हिंद महासागर में एक द्वीप देश है। यहां बसने वाले लोग बोर्नियो द्वीप से आए, जो अब ब्रुनेई, इंडोनेशिया और मलेशिया के बीच विभाजित है। वे 350 ईसा पूर्व और 550 सीई के बीच कैनोओ में पहुंचे और करीब 500 साल बाद तक मुख्य भूमि अफ्रीकियों में शामिल नहीं हुए। 

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मृतक के लिए भी होता हैं लाम्बा

दुनिया के चौथे सबसे बड़े द्वीप होने के साथ एक और बात है जो इसे दिलचस्प बनाती है। यहां पुरुष और महिलाएं दोनों एक जैसे ही कपड़े पहनते हैं, जिसका नाम है- "लाम्बा'। वहीं विवाह के लिए लाम्बा, काम के लिए लाम्बा, वृद्धों के लिए लाम्बा, बच्चों के लिए लाम्बा और यहां तक कि मृतक भी एक विशेष प्रकार के लाम्बा में दफन से पहले लिपटे होते हैं।

लाम्बा का है 170 साल पुराना इतिहास

1850 के दशक या 1860 के दशक के शुरू में, केन्या और तंजानिया के तटीय क्षेत्रों में महिलाओं ने छह रूमाल वर्गों को बिना किसी कट के रैखिक चादरों के रूप में खरीदना शुरू किया। जिन्हें पुर्तगाली में लेसो कहा जाता है। इसके बाद उसे लंबाई में काट कर एक-दूसरे से तीन आय वर्गों की दो पंक्तियों के साथ बड़े आयताकार कपड़े जैसा बनाया जाने लगा। 1875 तक व्यापारियों ने इंग्लैंड, स्विट्जरलैंड, भारत और नीदरलैंड से इस लाम्बा की मांग की जाने लगी। 

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रेड आइलैंड के नाम से भी जाना जाता है

मेडागास्का को अक्सर इसकी मिट्टी के अनूठे रंग के लिए जाना जाता है लाल रंग की मिट्टी होने के कारण इसे रेड आइलैंड भी कहते हैं। यहां कई ऐसे पौधों की प्रजातियां हैं जिन्हें हर्बल उपचार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। प्राकृतिक रूप से धनी मेडागास्कर अफ्रीका के सबसे गरीब देशों में से एक है इस क्षेत्र के लोग खराब स्वास्थ्य देखभाल, एक गरीब शिक्षा प्रणाली, आर्थिक समस्याओं और कुपोषण सहित कई समस्याओं का सामना करते हैं।

वेनिला और कॉफी करती है उत्पाद

विश्व का लगभग 80 प्रतिशत वेनिला मेडागास्कर से आता है। यह देश कॉफी, वेनिला, चीनी, शेलफिश, सूती कपड़े, पेट्रोलियम उत्पादों और क्रोमाइट के लिए भी जाना जाता है। यहां राजधानी अन्तान्नेरिवो में ज्यादातर लोग निवास करते हैं। यह यहां की सबसे ज्यादा आबादी वाला शहर भी है।

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खेल है लोगों की पहली पसंद

मेडागास्कर का अपना फाइट क्लब है मोरासिंगी। यह तटीय क्षेत्रों में एक लोकप्रिय खेल है, जिसमें किसी भी हथियार के बिना हाथ से मुकाबला होता है। यहां के लोग भी फुटबॉल के दीवाने हैं। जबकि यहां का राष्ट्रीय खेल रग्बी है।

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