सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है। जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाता है तब पृथ्वी पर पड़ने वाली सूर्य की किरणें अवरुद्ध हो जाती हैं और पृथ्वी के कुछ भागों पर चंद्रमा की परछाईं पड़ने लगती है जिसे हम सूर्य ग्रहण कहते हैं। Read More
Solar Eclipse 2019: सूर्य ग्रहण के काल में वैसे तो कई खास चीजों का ध्यान रखना चाहिए मगर कुछ बातें ऐसी हैं जिन्हें एक पति-पत्नी को ध्यान में रखना जरूरी है। ...
Surya Grahan: सबरीमला मंदिर में दो महीने तक चलने वाली वार्षिक तीर्थयात्रा ‘मंडलम मकरवीलक्कु’ 17 नवंबर को शुरू हुयी थी और इसके लिये श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। ...
Surya Grahan 2019 Today: साल का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण आज. झारखंड: चुनाव में मिली हार के बाद BJP प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने दिया इस्तीफा. ऐसी ही बड़ी खबरों के लिए जुड़े रहें lokmatnews.in से. ...
विज्ञान की भाषा में वलयाकार सूर्य ग्रहण उसे कहते हैं जब चंद्रमा की छाया पृथ्वी पर पड़ती है। हालांकि, चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह नहीं ढक पाता। ऐसे में सूर्य का बाहरी गोलकारा हिस्सा दिखता रहता है। ऐसे में सूर्य कुछ समय के लिए किसी छल्ले की तरह नजर आता ह ...
सूर्यग्रहण के दौरान कंकण का आरंभ सुबह 9 बजकर 06 मिनट पर होगा। ग्रहण का परमग्रास यानी ग्रहण मध्य सुबह 10 बजकर 48 मिनट पर होगा। कंकण का समापन दोपहर 12 बजकर 29 पर होगा। ग्रहण का मोक्ष काल यानी समापन दोपहर 1 बजकर 36 मिनट पर होगा। ...
इसके कारण सूर्य अग्नि की अंगूठी के समान दिखाई देता है। एम. पी. बिड़ला प्लेनेटोरियम के निदेशक देवी प्रसाद दुआरी ने कहा कि किसी व्यक्ति को उचित सुरक्षा के बिना थोड़ी देर के लिए भी सीधे सूर्य की ओर नहीं देखना चाहिए। यहां तक कि जब सूर्य का 99 प्रतिशत ह ...