शरद पवार का जन्म 12 दिसंबर 1940 को पुणे के बारामती गांव में हुआ था। पवार महाराष्ट्र के प्रमुख नेता में शुमार हैं। वह एनपीसी प्रमुख हैं। वह केंद्र में रक्षा और कृषि मंत्री रह चुके हैं। वह बीसीसीआई के अध्यक्ष रह चुके हैं। सांसद सुप्रिया सुले पवार की बेटी हैं। वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। Read More
पवार ने इस मौके पर समाजवादी नेता के साथ अपने संबंधों को याद किया। उन्होंने कहा, “चंद्रशेखर हमेशा जमीनी स्तर पर लोगों के साथ काम करने के लिये तैयार रहते थे। उन्होंने कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया और मैं खुशकिस्मत था कि मुझे कुछ सालों तक उनके ...
शिवसेना नेता संजय राउत ने यह भी दावा किया कि 2022 तक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का फैसला करने के लिए “हमारी तरफ” पर्याप्त संख्या होगी। पवार ने हाल ही में महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार बनाने के लिए शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस को एक साथ लाने में महत्वपू ...
मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर पार्टी में मतभेद की खबरों के बीच ठाकुर ने यह बयान दिया है। पार्टी के एक धड़े का कहना है कि उद्धव ठाकरे नीत गठबंधन सरकार में कांग्रेस को शिवसेना और राकांपा के मुकाबले बेहतर मंत्रालय नहीं मिले हैं। ...
कांग्रेस नेता नितिन राउत लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) अपने वरिष्ठ साथी एवं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण को दिये जाने और थोराट को राजस्व विभाग आवंटित किए जाने से नाखुश हैं। राउत को ऊर्जा मंत्री बनाया गया है। ...
राकांपा के मुख्य प्रवक्ता एवं महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक की इन खबरों के मद्देनजर यह बयान दिया, जिनमें दावा किया गया है कि तीनों सत्तारूढ़ दलों के बीच विभागों के बंटवारे पर मतभेद के कारण आवंटन में देरी हो रही है। मलिक ने कहा कि विभागों का आवंटन सो ...
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि चूंकि सावरकर जीवित नहीं हैं, इसलिए इस तरह का दावा करना गलत है। ‘‘वीर सावरकर, कितने ‘वीर’?’’ शीर्षक वाली हिंदी पुस्तिका हाल ही में मध्य प्रदेश में कांग्रेस के संगठन सेवा दल के ...
चुनाव आयोग द्वारा शुक्रवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार मुंडे द्वारा पिछले साल 10 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव जीतने के कारण विधान परिषद की एक सीट रिक्त हुयी है। इस सीट पर 24 जनवरी को मतदान होगा। विधान परिषद सदस्य के रूप में मुंडे का कार्यकाल सात जुलाई 2 ...
भाजपा सांगली जिला परिषद में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद बचाने में कामयाब रही जहां शिवसेना के सदस्यों ने उसका समर्थन करने का फैसला किया। जिला परिषदें अहम स्थानीय निकाय हैं और कई बार तो उन्हें ‘मिनी मंत्रालय’ (मिनी सचिवालय) भी कहा जाता है। ऐसा उनकी शक्तियो ...