शरद पवार का जन्म 12 दिसंबर 1940 को पुणे के बारामती गांव में हुआ था। पवार महाराष्ट्र के प्रमुख नेता में शुमार हैं। वह एनपीसी प्रमुख हैं। वह केंद्र में रक्षा और कृषि मंत्री रह चुके हैं। वह बीसीसीआई के अध्यक्ष रह चुके हैं। सांसद सुप्रिया सुले पवार की बेटी हैं। वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। Read More
शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस एकसाथ आयीं और काफी विचार विमर्श के बाद राज्य में सरकार बनायी। राकांपा के अल्पसंख्यक इकाई की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में पवार ने इस बारे में उल्लेख करते हुए कहा कि (उस समय) राज्य में तीन चार सप्ताहों से (शिवसेना..भाजपा) ...
मीडिया में आई कुछ खबरों में कहा गया था कि सस्ती दर पर मिलने वाली इस थाली के लिये लोगों को अपना आधार कार्ड दिखाने की जरूरत होगी। भुजबल ने यहां संवाददाताओं को बताया, ‘‘किसी आधार कार्ड की आवश्यकता नहीं होगी।’’ राकांपा नेता ने कहा कि यह योजना 26 जनवरी से ...
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि सरकार के 100 दिन पूरे होने पर सीएम उद्धव ठाकरे भगवान राम का आशीर्वाद लेने अयोध्या जाएंगे। 'मैं चाहता हूं कि हमारे गठबंधन के नेता भी हमारे साथ आएं।' ...
शिवसेना ने यह भी कहा कि कांग्रेस और राकांपा के साथ पिछले साल विधानसभा चुनाव के बाद गठन भी इसलिए हुआ क्योंकि राकांपा प्रमुख शरद पवार ने ‘‘भाजपा की राजनीतिक साजिश’’ सफल नहीं होने दी और कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गठबंधन के प्रस्ताव को ठुकरा ...
अजित पवार 1999-2014 के दौरान महाराष्ट्र में कांग्रेस-राकांपा गठबंधन के 15 वर्षों के शासनकाल के दौरान दो बार उप मुख्यमंत्री रहे. बाद में पिछले वर्ष 23 नवंबर को उन्हें एक बार फिर से तब उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई. ...
पिछले साल 30 दिसंबर को उन्होंने उद्धव ठाकरे नीत महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार में चौथी बार उप मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। उनके चाचा शरद पवार पहली बार जुलाई 1978 से फरवरी 1980 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे। ...
संजय ने कहा कि सावरकर की आलोचना करने वालों को सिर्फ दो दिन के लिए अंडमान जेल भेज दो, जहां सावरकर को बंधक बनाया गया था. तब उनके बलिदान और उनके योगदान का एहसास इनलोगों को होगा. ...
सत्तारूढ़ गठबंधन में असंतोष के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में पवार ने कहा, ''आघाड़ी के नेताओं को कोई सलाह देने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वे सभी परिपक्व हैं और जानते हैं कि उन्हें सरकार चलानी है. वे देख चुके हैं कि जब कोई सरकार में नहीं होता है, तो ...