शरद पवार ने कहा-शिवसेना के खिलाफ नहीं अल्पसंख्यक BJP को निकालना चाहते थे सत्ता से बाहर

By भाषा | Published: January 23, 2020 06:23 PM2020-01-23T18:23:07+5:302020-01-23T18:23:07+5:30

शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस एकसाथ आयीं और काफी विचार विमर्श के बाद राज्य में सरकार बनायी। राकांपा के अल्पसंख्यक इकाई की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में पवार ने इस बारे में उल्लेख करते हुए कहा कि (उस समय) राज्य में तीन चार सप्ताहों से (शिवसेना..भाजपा) सरकार गठन की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जा रहा था।

Sharad Pawar said - not against Shiv Sena but wanted to remove minority BJP out of power | शरद पवार ने कहा-शिवसेना के खिलाफ नहीं अल्पसंख्यक BJP को निकालना चाहते थे सत्ता से बाहर

शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस एकसाथ आयीं और काफी विचार विमर्श के बाद राज्य में सरकार बनायी।

Highlightsशिवसेना और भाजपा ने गत वर्ष अक्टूबर में विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ा था पवार ने कहा-अल्पसंख्यक शिवसेना के खिलाफ नहीं

राकांपा प्रमुख शरद पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों ने उनसे कहा था कि यदि उनकी पार्टी शिवसेना के साथ हाथ मिलाती है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी लेकिन भाजपा को महाराष्ट्र में सत्ता से दूर रखा जाना चाहिए। शिवसेना और भाजपा ने गत वर्ष अक्टूबर में विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ा था लेकिन मुख्यमंत्री का पदा ढाई वर्ष बारी बारी से साझा करने के मुद्दे पर असहमति के चलते दोनों अलग हो गईं।

शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस एकसाथ आयीं और काफी विचार विमर्श के बाद राज्य में सरकार बनायी। राकांपा के अल्पसंख्यक इकाई की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में पवार ने इस बारे में उल्लेख करते हुए कहा कि (उस समय) राज्य में तीन चार सप्ताहों से (शिवसेना..भाजपा) सरकार गठन की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जा रहा था।

पवार ने कहा कि शिवसेना के साथ संभावित तालमेल के बारे में महाराष्ट्र के साथ ही उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली के लोगों से सलाह ली गई थी। पवार ने कहा, ‘‘हमें अल्पसंख्यकों की ओर से कहा गया कि यदि आप शिवसेना का साथ लेना चाहते हैं तो आप ऐसा कर सकते हैं लेकिन भाजपा को दूर रखिये। अल्पसंख्यकों ने उस कदम (शिवसेना को साथ लेने) का स्वागत किया।’’

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र की राजनीति में इस घटनाक्रम ने देश को एक राह दिखायी है। उन्होंने इस पहल के लिए समुदाय की प्रशंसा की। पवार ने दावा किया कि अल्पसंख्यकों ने राज्य चुनाव में भाजपा के लिए वोट नहीं किया। उन्होंने कहा कि समुदाय के सदस्य जब कोई निर्णय करते हैं तो यह किसी पार्टी की हार सुनिश्चित करने के लिए होता है।

उन्होंने कहा कि राकांपा ने इस पर जोर दिया था कि राज्य सरकार में अल्पसंख्यक मामलों का विभाग कल्याणकारी कार्यों के लिए उनकी पार्टी को दिया जाना चाहिए। राकांपा नेता ने कहा कि नवाब मलिक राज्य के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री हैं। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ गत वर्ष 28 नवम्बर को ली थी। उन्होंने शुरू में छह मंत्रियों के साथ शपथ ली थी और मंत्रिपरिषद का विकास 30 दिसम्बर को किया गया। 

Web Title: Sharad Pawar said - not against Shiv Sena but wanted to remove minority BJP out of power

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