संजीव भट्ट गुजरात कैडर के बर्खास्त आईपीएस अधिकारी हैं जिन्होंने 2002 में गुजरात दंगों में तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका पर सवाल खड़े किए थे। संजीव भट्ट सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर करने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आ गए थे। उन्हें 30 साल पुराने मामले में जामनगर की एक अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है।