भगवान शिव त्रिदेवों में एक देव हैं। इन्हें देवों के देव महादेव भी कहते हैं। इन्हें भोलेनाथ, शंकर, महेश, रुद्र, नीलकंठ, गंगाधार आदि नामों से भी जाना जाता है। तंत्र साधना में इन्हे भैरव के नाम से भी जाना जाता है। सावन के इस पावन अवसर पर हम आपको बता रहे ...
हिन्दू धर्म में किसी भी धार्मिक आयोजन में शंख का उपयोग महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यता है कि देवी-देवताओं को शंख से जल चढ़ाने का विशेष महत्व होता है। लेकिन जब बात भगवान शिवजी की आती है तो शिवलिंग पर शंख से जल चढ़ाना गलत माना गया है। शिवपुराण में इसके ...
शिवजी का प्रिय सावन माह चल रहा है और इस माह में पूजा करते समय शिवलिंग पर कई तरह की पूजन सामग्रियां, फूलपत्तियां विशेष रूप से चढ़ाई जाती हैं। भगवान शिव को बिल्व पत्र यानी बेल पत्र बहुत पसंद हैं। आइये आपको बताते हैं बिल्व पत्र के बारे में जरूरी बातें.. ...
भगवान सूर्य जिन्हें आदित्य के नाम से भी जाना जाता है, के 12 स्वरूप माने जाते है, जिनके द्वारा ये उपरोक्त तीनो काम सम्पूर्ण करते है। आइये आपको बताते हैं सूर्य देवता के 12 स्वरूप के नाम और उनके कामों के बारे में.. ...
शनि ग्रह को लेकर पुराणों में अनेक बातें कहीं गई हैं। शनिदेव को सूर्य पुत्र और कर्मफल दाता माना जाता है। लेकिन साथ ही पितृ शत्रु भी। शनि ग्रह के सम्बन्ध में अनेक भ्रान्तियां भी हैं। इसलिये उन्हें मारक, अशुभ और दुख कारक भी माना जाता है। आइये आपको बताते ...
सावन में शिवजी की पूजा का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि जो लोग सावन में शिव पूजन करते हैं, उनके पुण्यों में बढ़ोतरी होती है। शास्त्रों में कुछ ऐसे काम बताए गए हैं जो हमें नहीं करना चाहिए। जो लोग वर्जित किए गए काम करते हैं, उनके द्वारा की गई पूजा ...
शनिवार के दिन शनि देव की पूजा विधि-विधान से करनी चाहिए। शास्त्रों में शनिदेव की आठ पत्नियों के नाम के जप की सलाह भी दी गई है। आइये आपको बताते हैं शनिदेव की आठ पत्नियों के नाम... ...
सावन के महीने में भगवान शिव भक्तों की आराधना से प्रसन्न रहते हैं। यह महीना भगवान शिव का बेहद प्रिय है। इस महीने भगवान शिव की पूजा अर्चना कर भक्त उनसे मनचाहा फल प्राप्त कर सकते हैं। ...